कहां देवालय का दोहन करनेवाले स्वतंत्रता से लेकर अभी तक के शासनकर्ता और कहां देवालय का ध्यान रखनेवाले पूर्वकाल के राजा !
सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार
‘पूर्वकाल के राजा देवालय बनाते थे तथा देवालय को भूमि एवं धन अर्पण करते थे । आजकल के शासनकर्ता सड़क बनाने के अथवा अन्य किसी बहाने देवालय ध्वस्त करते हैं तथा देवालय की भूमि तथा धन का दोहन करते हैं ।’
✍️ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक संपादक, ʻसनातन प्रभातʼ नियतकालिक