हिन्दू राष्ट्र के इस धर्मयुद्ध में चाहे कितनी भी बाधाएं आएं; परंतु हम निरंतर आगे बढते रहेंगे ! – पू. रमानंद गौडाजी, धर्मप्रचारक, सनातन संस्था

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव – सप्तम दिवस : संताें का मार्गदर्शन


रामनाथी (फोंडा), २२ जून (संवाददाता) – सभी धर्माभिमानी हिन्दू राष्ट्र स्थापना का धर्मयुद्ध लड रहे हैं । उसके कारण इस कार्य में स्थूल एवं सूक्ष्म स्तर पर विभिन्न बाधाएं आती रहती हैं; परंतु तब भी भगवान की कृपा से हम इन बाधाओं पर विजय प्राप्त कर निरंतर आगे बढने का प्रयास करते ही रहेंगे, ऐसा प्रतिपादन सनातन संस्था के धर्मप्रचारक पू. रमानंद गौडाजी ने ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ के अंतिम दिन किया ।

पू. रमानंद गौडाजी

उन्होंने आगे कहा,

१. यह धर्मयुद्ध लडते समय विभिन्न बाधाएं आती हैं; इसलिए उन पर विजय प्राप्त करने के लिए साधना करनी चाहिए । साधना से हमें आध्यात्मिक बल मिलता है, साथ ही हमारे कार्य को भगवान का अधिष्ठान प्राप्त होता है । उसके कारण हम अपना कार्य अधिक अच्छे ढंग से कर सकते हैं तथा निरंतर आगे बढते जाते हैं ।

२. साधना से हमारे इर्द-गिर्द सुरक्षाकवच निर्माण होता है, जिससे अनिष्ट शक्तियों से हमारी रक्षा होती है ।

३. प्रारब्ध के अनुसार प्रत्येक मनुष्य को सुख-दुख भोगना पडता है । धर्मकार्य करते समय कभी पुलिस प्रशासन का दबाव होता है, तो कभी समाज का भी विरोध होता है । हमारी साधना हो, तो ऐसी प्रतिकूल स्थिति में भी हम स्थिर रह सकते हैं, साथ ही हमारा कार्य अखंडित जारी रख सकते हैं ।

४. सनातन के साधकों की भगवान पर श्रद्धा होने से उनके मुख पर तेज होता है, साथ ही उनकी अनिष्ट शक्तियों से रक्षा होती है ।