चुनावों में लव जिहाद, गोहत्याबंदी के लिए कार्य करनेवाले उम्मीदवारों को उनकी जातपात न देखते हुए उन्हें चुनकर लाना आवश्यक ! – मुन्ना कुमार शर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय हिन्दू महासभा, नई देहली
रामनाथी (फोंडा), २२ जून (वार्ता.) – जब तक इस देश में हिन्दू बहुसंख्यक रहेंगे, तब तक यह देश सुरक्षित है । हिन्दू अल्पसंख्यक होने पर भारत के टुकडे हो जाएंगे । जहां मुसलमान बहुसंख्यक हो गए, वहां से हिन्दुओं को पलायन करना पडा है । इसलिए हिन्दू सुरक्षित रहे, तो भारत सहित विश्व भी सुरक्षित रहेगा । तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को संविधान में ‘सेक्युलर’ (धर्मनिरपेक्ष) यह शब्द अंतर्भूत किया है । तब से इस देश में हिन्दू धर्म को गालियां देनेवालों को ‘धर्मनिरपेक्ष’ एवं ‘सुशिक्षित’ कहा जाता है, जबकि हिन्दुओं की रक्षा के लिए लडनेवालों को ‘भगवा आतंकवादी’ कहते हैं । आनेवाले चुनावों में लव जिहाद, गोहत्याबंदी के लिए कार्य करनेवाले उम्मीदवारों में उसकी जातपात न देखते हुए उन्हें चुनकर लाना चाहिए । एक दिन इस देश में हिन्दू राष्ट्र आएगा, तब अपना राष्ट्र जगभर में शक्तिशाली होगा । इसलिए हमें सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की सहायता से भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने के साथ ही संपूर्ण विश्व को हिन्दूमय करना है, ऐसा वक्तव्य नई देहली के अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुन्ना कुमार शर्मा ने वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के समय किया ।
भारत की ८५ प्रतिशत लोकसंख्या हिन्दू है । इसलिए यह हिन्दुओं का राष्ट्र है । तब भी इस देश में गोमाता एवं हिन्दू महिला सुरक्षित नहीं । पहले देश में हिन्दू राजाओं के विविध संस्थान थे, तब भी वे हिन्दू राष्ट्र थे । जब इस देश पर परकीय मुसलमान आक्रमकों का शासन आया, तब से हिन्दुओं पर अत्याचार आरंभ हो गए । तदुपरांत अंग्रेजों ने भी वही किया । जब हिन्दू राजाओं एवं संस्थानिकों ने स्वतंत्रता में सहभाग लिया, तब अंग्रेजों ने उन्हें कष्ट देने का प्रयत्न किया ।
लव जिहाद, लैंड जिहाद, गोहत्या, धर्मांतर जैसे विविध क्षेत्र में काम करनेवाले अनेक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन देशभर कार्यरत हैं । ऐसे संगठनों को एक व्यासपीठपर लाकर उन्हें विविध प्रशिक्षण देने का कार्य हिन्दू जनजागृति समिति कर रही है । ऐसी समिति एवं उनके प्रेरणास्थान परमपूज्य डॉ. जयंत आठवलेजी को सादर प्रणाम ! – मुन्ना कुमार शर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय हिन्दू महासभा, नई देहली |