रूस की पाकिस्तान से मित्रता : व्यापार वृद्धि के संकेत !

चीन के कहने से रूस ने पाकिस्तान को कच्चा तेल भेजा !

इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – जब से रूस तथा यूक्रेन के मध्य युद्ध आरंभ हुआ, तब से वैश्विक राजनीति में अनेक परिवर्तन देखने को मिले हैं । विश्व अमेरिका समर्थित तथा रूस समर्थित ऐसे साधारण दो समूहों में बांटा गया है । यद्यपि भारत दोनों ही समूहों से स्वयं को दूर रखता आया है, तब भी इसी कालावधि में भारत ने रूस से भारी मात्रा में कच्चा तेल आयात करना आरंभ किया है । इसलिए अनेक पाश्‍चात्य देशों ने भारत पर दबाव डालने के साथ रूस से दूर रहने हेतु भारत को धमकाया । अब रूस ने पाकिस्तान के साथ व्यापार बढाने के संकेत दिए हैं । यह भारत के लिए बडा आघात होने की संभावना समझी जा रही है ।

१. चीन के कहने से १२ जून को रूस की कच्चे तेल की प्रथम बारी पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पर पहुंच गई ।

२. ऐसे में ही १३ जून को रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने वक्तव्य देते हुए कहा कि पाकिस्तान से व्यापार बढाने की हमारी इच्छा है ।

३. आज तक पाकिस्तान तथा रूस में विशेष मित्रता के संबंध नहीं थे । ऐसी स्थिति में रूस द्वारा अपनाई यह भूमिका भारत के लिए मारक तो सिद्ध नहीं होगी ?, ऐसा प्रश्‍न उपस्थित हो गया है ।

४. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी कुछ दिनों में अमेरिका की यात्रा पर जाएंगे, इसिलए रूस द्वारा अपनाई गई यह भूमिका महत्त्वपूर्ण मानी जा रही है ।

संपादकीय भूमिका 

  • जिहादी पाकिस्तान को विश्व में अकेले रखने के भारत के प्रयासों को चीन किस प्रकार विफल कर रहा है, यह इसी का उदाहरण है !
  • विकासशील राष्ट्रों के लिए पाकिस्तान की अपेक्षा भारत की हाट लाभदायक है, यह रूस को अच्छी तरह ज्ञात है, षड्यंत्रकारी चीन को यह ध्यान में रखना चाहिए !