उत्तर भारत के युवा साधकों को १० वीं एवं १२ वीं की परीक्षा में सफलता

सनातन संस्था के साधकों के परीक्षा में उत्तीर्ण बेटीयां

कु. वेदिका मोदी को १० वीं की परीक्षा में ९६.८ प्रतिशत अंक प्राप्त

कु. वेदिका मोदी

जोधपुर (राजस्थान) – सनातन की संत पू. (श्रीमती) सुशीला मोदीजी की पोती कु. वेदिका मोदी (आध्यात्मिक स्तर ५७ प्रतिशत) ने १० वीं की परीक्षा में ९६.८ प्रतिशत अंक पाए हैं । इस सफलता के विषय में उसने कहा, ‘‘परीक्षा का परिणाम आने तक मैं मन में यही प्रार्थना करती थी कि परीक्षा का जो भी परिणाम होगा, वह भगवान की इच्छा के अनुसार ही होगा । भगवान की कृपा से ही मुझे ९६.८ प्रतिशत अंक मिले हैं । इस विषय में मैं श्रीकृष्णजी के श्रीचरणों में कृतज्ञता व्यक्त करती हूं ।’’

कु. वेदिका ने आगे कहा, ‘‘परीक्षा में पेपर लिखते समय जब प्रश्न के उत्तर का स्मरण नहीं हो रहा था, तब मैं ईश्वर की शरण जाती थी । इस कारण भगवान कुछ न कुछ सुझाते ही थे । प्रत्येक उत्तर लिखने के पश्चात मैं कृतज्ञता व्यक्त करती थी । मेरे मन में भाव रहता कि श्री गणेश एवं माता सरस्वती मुझे ज्ञान दे रही हैं तथा परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी मेरा हाथ पकडकर मेरे द्वारा उत्तर लिखवा रहे हैं । अन्य परीक्षाओं में बहुत तनाव एवं चिंता रहती थी । अन्य विषयों का अध्ययन करते समय सिर भारी हो जाता; परंतु संस्कृत का पेपर लिखते समय मैं दैवी सात्त्विकता तथा आनंद अनुभव कर रही थी । देवभाषा होने के कारण संस्कृत में उत्तर लिखते समय मुझे भान रहता था कि ‘मैं देवताओं से बात कर रही हूं ।’ परीक्षा के दिनों में भी मैं सहजता से सेवा स्वीकार करती थी; क्योंकि सेवा के माध्यम से भगवान ही शक्ति प्रदान करेंगे, ऐसा लगता था ।’’

कु. राज हर्षिता सिंह को १० वीं की परीक्षा में ९४.६ प्रतिशत अंक प्राप्त

कु. राज हर्षिता सिंह

बोकारो (झारखंड) – यहां के साधक श्री. रणजीत कुमार सिंह की पुत्री कु. राज हर्षिता सिंह ने १० वीं की परीक्षा में ९४.६ प्रतिशत अंक पाकर सफलता प्राप्त की है । इस सफलता के विषय में उसने कहा, ‘‘बचपन से ही घर में साधना का वातावरण देखती रही हूं । जन्म से ही मां-पिताजी, बुआ एवं दादी गुरुकृपायोगानुसार साधना करते हैं । इससे आज्ञापालन एवं प्रार्थना-कृतज्ञता का महत्त्व भी समझ में आया । परीक्षा से पूर्व सदैव यह भान रहता था कि सचिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी मुझसे अपेक्षित परिश्रम करवाएंगे ही । इस विचार से अंतर्मन में दृढ विश्वास निर्माण हुआ, जिससे परीक्षा को लेकर कभी तनाव अथवा भय का भान नहीं हुआ । परीक्षा देने जाने से पूर्व प.पू. भक्तराज महाराजजी एवं गुरुदेवजी के समक्ष हाथ जोडकर प्रार्थना होती थी । कक्ष में प्रश्न के उत्तर लिखते समय प्रति क्षण गुरुदेवजी मेरे समक्ष हैं, ऐसा भान होता, जिससे मैं निर्भीक होकर सभी उत्तर लिख पाई ! सनातन के पूजनीय संतों एवं ज्येष्ठ साधकों के अहर्निश आशीर्वाद से मैं यह प्रतिशत प्राप्त कर पाई ।

कु. अरिप्रा राज को १० वीं की परीक्षा में ९२.२ प्रतिशत अंक प्राप्त

कु. अरिप्रा राज

आगरा (उ.प्र.) – सनातन की साधिका कु. अरिप्रा राज १० वीं की परीक्षा में ९२.२% अंक प्राप्त कर उत्तीर्ण हुई । इस सुयश के विषय में कु. अरिप्रा राज ने बताया कि परीक्षा भवन में जाने से पहले घर में बडों का आशीर्वाद लेती थी । अपने कुलदेवता का ध्यान करती थी और गुरुदेवजी से प्रार्थना करती थी, फिर लिखना आरंभ करती थी ।

रास्ते में जाते समय अन्य कुछ विचार न करते हुए नामजप करते हुए जाती थी । भगवान श्रीकृष्ण के चरणों में और सभी संतों के चरणों में कृतज्ञता व्यक्त करती हूं कि यह केवल ईश्वर के ही कृपा आशीर्वाद से संभव हो पाया है ।

कु. अदिति केशरी को १० वीं की परीक्षा में ९० प्रतिशत अंक प्राप्त

कु. अदिति केशरी

कतरास (झारखंड) – यहां की कु. अदिति केशरी ने १० वीं की परीक्षा में ९० प्रतिशत अंक प्राप्त कर सफलता प्राप्त की है । इस परीक्षा की तैयारी कैसे होगी एवं उसकी सफलता यह सब मैंने भगवान श्रीकृष्ण के चरणों में छोड दिया था । मैं जब से सत्संग से जुडी, अपनी पाई को लेकर हर समय भगवान को पत्र लिखती हूं और उस पत्र में आज तक मैंने भगवान को जो भी कुछ लिखा है, वह उनकी ही कृपा से सदैव पूरा भी हुआ है । मैं सत्संग में बताई गई बातों को ध्यानपूर्वक सुनकर अपनी दिनचर्या में लेने का प्रयास भी करती रहती हूं ।

कु. ईश्वरी तालेगांवकर को १० वीं की परीक्षा में ९६.२ प्रतिशत अंक प्राप्त

गुरुग्राम (हरियाणा) – ईश्वरी ने बताया कि केवल ईश्वर के प्रति श्रद्धा के कारण ही मुझे ९६.२ प्रतिशत अंक प्राप्त हुए ।

कु. प्रज्ञा चौरासिया को १० वीं की परीक्षा में ८०.८ प्रतिशत अंक प्राप्त

धनबाद (झारखंड) – यहां की कु. प्रज्ञा चौरासिया ने १० वीं की परीक्षा में ८० .८ प्रतिशत अंक प्राप्त कर सफलता पाई है । उसने बताया, ‘‘कुछ परिस्थितियों के कारण मेरा स्कूल जाना संभव नहीं था । परीक्षा समय मैंने भगवान श्रीकृष्ण के चरणों में सब कुछ छोड दिया था और एक महीने की तैयारी में मेरे अच्छे अंक आ गए ।

कु. मौली केशरी को १२ वीं की परीक्षा में ८५ प्रतिशत अंक प्राप्त

कु. मौली केशरी

कतरास (झारखंड) – यहां कु. मौली केशरी ने १२ वीं की परीक्षा में ८५ प्रतिशत अंक प्राप्त कर सफलता प्राप्त की है । उसने अपनी सफलता के बारे में बताया कि अध्ययन करने से पहले वह श्री गणेश एवं माता सरस्वती के चरणों में प्रार्थना करती थी, जिसके कारण उसे परीक्षा में अच्छे अंक मिले ।

कु. हीत चौहान को १२ वीं की परीक्षा में ७९ प्रतिशत अंक प्राप्त

रांची (झारखंड) – यहां की कु. हीत चौहान ने १२ वीं की परीक्षा में ७९ प्रतिशत अंक प्राप्त कर सफलता प्राप्त की है । इस सफलता के विषय में हीत चौहान की मां पूजा चौहान ने बताया, ‘‘मुझे हित की पढाई की बहुत चिंता होती थी परंतु गुरु पर अटूट श्रद्धा होने के कारण मैंने सब कुछ उन पर ही छोड दिया, और उनकी कृपा के कारण ही हित को अच्छे अंक मिले ।’’