‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ चलचित्र के निर्देशक पर अपराध प्रविष्ट !
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कोलकाता (बंगाल) – ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ चलचित्र का ट्रेलर (विज्ञापन) प्रदर्शित करने के पश्चात बंगाल पुलिस ने चलचित्र के निर्देशक सनोज मिश्रा के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट किया है । इस चलचित्र में बंगाल के कट्टर रोहिंग्या मुस्लिमों के विषय में कथा दर्शाई गई है । आगामी अगस्त माह में यह चलचित्र प्रदर्शित किया जाएगा । ऐसा आरोप लगाया जा रहा है कि इस चलचित्र द्वारा बंगाल की अपकीर्ति हो रही है ।
The Diary of West Bengal: फिल्म निर्देशक सनोज मिश्रा को जारी हुआ नोटिस, पश्चिम बंगाल पुलिस ने लगाए गंभीर आरोप#TheDiaryofWestBengal #WestBengalPolice #SanojMishrahttps://t.co/edm1eUSpgX
— Amar Ujala (@AmarUjalaNews) May 26, 2023
इस चलचित्र के निर्माता तथा उत्तर प्रदेश के शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के भूतपूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी अर्थात अभी के जितेंद्र नारायण सिंह हैं । पुलिस ने जांच के लिए ३० मई को सनोज मिश्रा को उपस्थित रहने के लिए नोटिस भेजी है । मिश्रा के अधिवक्ता नागेश मिश्रा ने कहा कि वे न्यायालयीन लडाई लडेंगे ।
‘The Diary of West Bengal’ director #SanojMishra has been summoned over ‘attempt to defame state’ | #WestBengal #TheDiaryOfWestBengal https://t.co/S6SmUoMrF1
— Republic (@republic) May 26, 2023
तृणमूल कांग्रेस सरकार विदेशी आतंकवादी संगठनों का उद्देश्य पूर्ण कर रही है ! – जितेंद्र नारायण सिंह
जितेंद्र नारायण सिंह ने ट्रेलर के प्रदर्शन के समय कहा कि गत कुछ वर्षों से बंगाल की स्थिति अत्यंत संकटदायी होती जा रही है । वहां भारी मात्रा में कट्टरतावादी रोहिंग्या मुस्लिमों को बसाया जा रहा है । बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार मतपेटी बनाने हेतु उन्हें आधार कार्ड बना कर दे रही है । इसके द्वारा मतदाता सूची में नाम सम्मिलित कर रही है । इसलिए बांग्लादेश की सीमा पर रोहिंग्या मुसलमानों की जनसंख्या बढ रही है । ये रोहिंग्या मुस्लिम बंगाल में परिचय पत्र बना कर पूरे देश में फैल रहे हैं ।
(सौजन्य: inKhabar)
विदेशी आतंकवादी संगठनों का उद्देश्य बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार पूर्ण कर रही है । बंगाल में हिन्दुओं पर अत्याचार होने से उन्हें पलायन करना पड रहा है । इस चलचित्र में बंगाल की यही स्थिति दर्शाने का प्रयास किया गया है ।
(सौजन्य: Filmo Ka Bazar)
संपादकीय भूमिकाबंगाल में लोकतंत्र नहीं, अपितु तानाशाही है, इसका और एक उदाहरण ! ‘द केरल स्टोरी’ चलचित्र पर प्रतिबंध लगाने पर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा फटकार लगाने पर भी तृणमूल कांग्रेस सरकार पर कोई परिणाम नहीं हुआ । ऐसी सरकार को विसर्जित करना ही बंगाल के हिन्दुओं तथा देश के हित में है ! |