हिन्दू महासभा द्वारा त्र्यंबकेश्वर मंदिर के प्रवेश द्वार का शुद्धीकरण !
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नासिक: जिले के त्र्यंबकेश्वर मंदिर के प्रवेश द्वार को १७ मई को हिन्दू महासभा की ओर से गोमूत्र छिडक कर शुद्ध किया गया । १५ मई को मांस भक्षी कट्टर मुसलमानों ने बलपूर्वक मंदिर में घुसने का प्रयत्न किया था । हिन्दू महासभा के अध्यक्ष आनंद दवे ने कहा कि हमने यह शुद्धीकरण इसलिए किया है जिससे पुन: ऐसे निंद्य प्रयत्न न हों ।
नासिक : त्र्यंबकेश्वर मंदिर में घुसने का मामला, मंदिर में हिंदू महासभा करेगी शुद्धिकरण
ज्यादा जानकारी दे रहे हैं संवाददाता योगेश खरे और अश्विन पाण्डेय #Nasik #TrimbakeshwarTemple #Maharashtra #HinduMahasabha | @Chandans_live pic.twitter.com/coL3x5QI4W
— Zee News (@ZeeNews) May 17, 2023
त्र्यंबकेश्वर मंदिर में अन्य धर्मों द्वारा चादर चढाने की परंपरा अस्तित्व में नहीं है !
सबेरे ११ बजे हिन्दू महासभा के कार्यकर्ता मंदिर के प्रवेश द्वार के समक्ष एकत्रित हुए एवं उन्होंने गोमूत्र छिडककर प्रवेश द्वार को शुद्ध किया । इस समय कार्यकर्ताओं ने गगनभेदी घोषणाएं कीं । उसके उपरांत हिन्दू संगठनों की ओर से पुलिस एवं मंदिर प्रशासन को निवेदन देकर इस निंद्य प्रकरण में लिप्त दोषियों के विरुद्ध आरोप प्रस्तुत किए एवं उन पर कठोरतम कार्रवाई की मांग की गई ।
इस संबंध में आनंद दवे ने कहा कि कुछ विघ्न संतोषियों ने बलपूर्वक मंदिर में घुसने के प्रयत्नन किए । नासिक के सामान्य जन ही उन्हें प्रत्युत्तर देने के लिए समर्थ हैं किंतु पूरे प्रदेश के कार्यकर्ता आज यहां अपना समर्थन देने पहुंचे हैं । भारत के राष्ट्रगान को अस्वीकार करने वालों ने त्र्यंबकेश्वर मंदिर में बलपूर्वक घुसने का निंद्य अपराध किया है । इसलिए हमने गोमूत्र छिडक कर शुद्धीकरण किया है । त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग सर्व हिन्दू धर्मावलंबियों के लिए परम श्रद्धास्थान है । यहां दर्शन, अर्चना-पूजा के लिए सभी आते हैं, परंतु इस मंदिर में अन्य धर्मों द्वारा चादर चढाने की कोई परंपरा नहीं है ।
उरुस आयोजकों के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट !
राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रकरण की जांच के लिए एक ‘एसआईटी’ विशेष अन्वेषण दल के गठन का आदेश दिया है एवं अब तक ४ उरुस आयोजकों के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण प्रविष्ट किए गए हैं ।