बिहार में आजन्म कारावास भोगनेवाले भूतपूर्व सांसद आनंद मोहन अब छूट जाएंगे !
बिहार के जनता दल (संयुक्त), काँग्रेस, साम्यवादी एवं राष्ट्रीय जनता दल पक्षों की सरकार द्वारा बदले हुए कारागृह नियमों का दुष्परिणाम !
नई देहली – बिहार के गोपलगंज के जिलाधिकारी जी. कृष्णैय्या की वर्ष १९९४ में की गई हत्या के प्रकरण में आजन्म कारावास भोगनेवाले भूतपूर्व सांसद आनंद मोहन को छोड दिया जाएगा । बिहार के जनता दल (संयुक्त), काँग्रेस, साम्यवादी एवं राष्ट्रीय जनता दल पक्षों की गठबंधन सरकार ने १० अप्रैल को कारागृह के नियमों में परिवर्तन करने से आनंद मोहन का छूटने (रिहाई) का मार्ग खुल गया है । आनंद मोहन का बेटा चेतन इस सरकार में राष्ट्रीय जनता दल का विधायक है । कारागृह नियम में परिवर्तन करने से अन्य २६ आरोपी भी छूट जाएंगे ।
#WATCH | Former Bihar MP and murder convict Anand Mohan Singh reaches Saharsa jail to surrender himself after 15 days of parole.
Bihar govt recently amended the prison rules allowing the release of 27 convicts including him pic.twitter.com/rgzql26y7a
— ANI (@ANI) April 26, 2023
१. आनंद मोहन के छूटने पर भाजपा ने कहा है कि यदि आनंद मोहन छूट सकते हैं, तो मद्य सेवन करने से कारागृह के सहस्रों लोगों को भी सरकार को छोडना होगा ।
२. आनंद मोहन ने अपने छूटने (रिहाई) के विषय में कहा कि मैं अपना दंड भोग चुका हूं । अब जो निर्णय लिया गया है वह सर्वोच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालय की देखरेख में लिया जा रहा है ।
३. दिवंगत कृष्णैय्या की पत्नी उमा देवी ने आनंद मोहन की छूट पर टिप्पणी की है । उन्होंने मांग की है कि आनंद मोहन के छूटने का विरोध किया जाना चाहिए ।
संपादकीय भूमिकाअपराधियों को छुडवाने के लिए नियमों में परिवर्तन करनेवाले शासनकर्ता बिहार में पुन: जंगलराज निर्माण कर रहे हैं । यदि कोई कहे कि ‘यह लोकतंत्र की शोकांतिका है’, तो गलत नहीं होगा ! |