क्या इसे लोकतंत्र कहा जा सकता है ?
सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार
‘अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन (Abraham Lincoln) ने लोकतंत्र का अर्थ ‘Government of the people, by the people and for the people’, इस प्रकार बताया है । इसका अर्थ है, ‘लोकतंत्र जनता का, जनता द्वारा और जनता के लिए चलाया गया राज्य है ।’ इसके विपरीत भारत में स्वतंत्रता के उपरांत लोकतंत्र में अधिकांश सभी दलों का राज्य, ‘स्वयं का, स्वयं के लिए तथा स्वयं द्वारा चलाया गया राज्य है ।’
✍️ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक संपादक, ʻसनातन प्रभातʼ नियतकालिक