दुर्ग (छत्तीसगढ) में २५० ईसाईयों की घरवापसी !
अब वापस आए हिन्दुओं को धर्मशिक्षा देकर उनमें धर्माभिमान जागृत करने के लिए भी प्रयास करना आवश्यक !
(घरवापसी अर्थात हिन्दू धर्म का त्याग कर अन्य पंथों में गए लोगों को पुनः हिन्दू बनाना)
दुर्ग (छत्तीसगढ) – ‘राष्ट्र रक्षा महासम्मेलन एवं घरवापसी २०२३’ की मुहिम के अंतर्गत २५० लोगों की (१०० परिवारों की) घरवापसी की गई । इस समय छत्तीसगढ के भाजपा के नेता एवं ‘अखिल भारतीय घर वापसी’ उपक्रम के प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जुदेव प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित थे । उनके करकमलों द्वारा घरवापसी हुए हिन्दुओं का हिन्दू धर्म में अधिकृत स्वागत किया गया । इस कार्यक्रम का आयोजन ‘सर्वहितकारिणी मानव सेवा संस्थान’ एवं समस्त हिन्दू संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था ।
गत वर्ष जुदेव के नेतृत्व में लगभग ३ सहस्र लोगों की घरवापसी की गई है ।
'To forget one's ancestors is to be a brook without a source, a tree without roots.'
Honored to perform Gherwapsi of 100 converted Families in Durg (CG) to Sanatan Dharma🚩
Welcome home 🙏🏻@ARanganathan72 @kamakshidhanraj @vikramsampath @JaipurDialogues @MNageswarRaoIPS pic.twitter.com/Imo37qQGEm— Prabal Pratap Singh Judev (@prabaljudevBJP) April 24, 2023
जनवरी २०२३ : छत्तीसगढ के महासमुंद जिले के लगभग १ सहस्र १०० ईसाईयों ने हिन्दू धर्म स्वीकार किया ।
अक्टूबर २०२२ : ओडिशा राज्य के सुंदरगढ जिले में १७३ ईसाई परिवारों के लगभग ५०० लोगों ने घरवापसी की ।
मार्च २०२२ : छत्तीसगढ के महासमुंद जिले के १ सहस्र २५० ईसाईयों ने स्वीकार किया हिन्दू धर्म !
जबतक प्राण हैं, तबतक घरवापसी कराऊंगा एवं सनातन धर्म की रक्षा करूंगा ! – प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ एवं भाजपा के नेता प्रबल प्रताप सिंह जुदेवदुर्ग के घरवापसी के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रबल प्रताप सिंह जुदेव ने कहा कि हिन्दुओं का धर्मांतरण यह देश तोडने का सबसे बडा षड्यंत्र है । इसके लिए घरवापसी के कार्यक्रम कार्यान्वित करना अत्यंत आवश्यक है । जबतक देह में प्राण हैं, तबतक मैं घरवापसी कार्यक्रमों के माध्यम से सनातन धर्म की रक्षा करता रहूंगा । छत्तीसगढ की कांग्रेस सरकार सदा ही ईसाई मिशनरियों द्वारा हिन्दुओं के धर्मपरिवर्तन की गतिविधियों को अनदेखा कर रही है ।
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