आपराधिक गतिविधियां निरंतर करते रहने के कारण अतीक और अशरफ की हत्या की ! – हत्या करने वाले आरोपी का कथन ।
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) – हत्या, रंगदारी, धमकी आदि अनेक आपराधिक कृत्यों में लिप्त कुख्यात गुंडा अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की १५ अप्रैल की रात्रि तीन लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपियों के नाम लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य हैं। यह ज्ञात हुआ है कि वे तीनों गुंडे हैं। उनके विरुद्ध अनेक अपराध प्रविष्ट और उन्हें कारावास भी हुआ है । तीनों ने अतीक और अशरफ को ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने के उपरांत मारा व पुलिस के समक्ष वे शरण हुए । अब पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस को प्रारंभिक सूचना मिली है कि इस हत्याकांड के पीछे कोई सूत्रधार है । अतीक और अशरफ की हत्या के उपरांत आरोपियों ने पुलिस को जवाब दिया है। इसमें उन्होंने कहा, ‘अतीक अहमद के पाकिस्तान से संबंध थे। पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ-साथ गुप्तचर संस्था आई.एस.आई. से भी दोनों के संबंध थे। अतीक और उसके टोली ने अनेक निर्दोष लोगों के प्राण लिए हैं । अतिक ने भूमि हड़पने के लिए हत्याएं की हैं। वह उन लोगों को भी कष्ट देता था जो उसके विरुद्ध कथन करते थे। उसका भाई अशरफ भी ऐसा ही करता था। इसलिए हमने उन दोनों को मार डाला।’
#LIVE FIR में दावा- अतीक-अशरफ का मर्डर नाम कमाने के लिए: आरोपी बोले- कई दिनों से मीडियाकर्मी बनकर घूम रहे थे, मौका मिलते ही मार दिया#UttarPradesh #Prayagraj #AtiqueAhmed #AshrafAhmed https://t.co/JPngHrd07f pic.twitter.com/E8gG0j4fbh
— Dainik Bhaskar (@DainikBhaskar) April 16, 2023
बदला लेने के लिए अतीक को मार डाला ! – आरोपी का कथन
अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले आरोपियों में से एक के संबंधी को अतीक ने मार डाला था। सूत्रों ने बताया कि आरोपी ने पुलिस को बताया कि बदला लेने के लिए उसने अतीक की हत्या की। यह बात तीनों में से किस आरोपी ने कही ?, यह समझ नहीं सका। पुलिस प्रकरण की आगे की जांच कर रही है।
तीनों एक साथ कैसे आए ?
तीनों आरोपी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों के रहने वाले हैं। लवलेश तिवारी बांदा, सनी हमीरपुर और अरुण मौर्य कासगंज के रहने वाले हैं । दोनों की जान पहचान कैसे हुई, पुलिस इसकी जांच कर रही है। तीनों की आयु २० से २५ वर्ष है। हत्या के दो दिन पहले तीनों ने प्रयागराज के एक होटल में कमरा किराए पर लिया था। पुलिस को जानकारी मिली है कि तीनों ने हत्या में जिस मोटरसाइकिल का उपयोग किया , वह सरदार अब्दुल मन्नान खान नाम के व्यक्ति के नाम पर पंजीकृत है। यह वाहन उनके पास कौन और कहां से लाया था, इसकी जांच की जा रही है। सनी सिंह जब एक प्रकरण में जेल में था तब कुख्यात गुंडा सुंदर भाटी से उसकी जान पहचान हो गई। सनी पर सुंदर भाटी की टोली के लिए अपराध करने का आरोप है।
आरोपियों ने भारत में प्रतिबंधित विदेशी पिस्तौल का उपयोग किया !
आरोपियों ने अतीक और अशरफ को मारने के लिए ‘जिगाना’ पिस्टल का उपयोग किया किया। यह पिस्तौल तुर्की में निर्मित है एवं इसका मूल्य ६ लाख रुपए है। यह पिस्तौल भारत में प्रतिबंधित है। भारत में इसकी तस्करी की जाती है। इसमें एक समय में १७ गोलियां भरी जा सकती हैं। गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी इसी तरह की पिस्तौल का उपयोग किया की गया था । इस पिस्तौल का उपयोग मलेशिया, अजरबैजान और फिलीपींस की सेना करती है। यह पिस्तौल ऑटोमैटिक है और एक साथ अनेक गोलियां मार सकती है।
तुर्की की zigana made पिस्टल से हुई अतीक और अशरफ की हत्या, तुर्की से अवैध तस्करी कर लाया जाता है भारत | @arvindojha https://t.co/IcDbDErOdx
— AajTak (@aajtak) April 16, 2023
हमने उसे छोड दिया है ! – लवलेश तिवारी के पिता का कथन
आरोपी लवलेश तिवारी के पिता यज्ञ तिवारी ने कहा कि हम कुछ नहीं जानते और लवलेश से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। उसका घर से कोई संबंध नहीं था। हमने वर्षों से उससे बात करना बंद कर दिया है। एक प्रकरण में उसे कारावास भी हुआ था, उसके उपरांत उससे हमार संभाषण बंद है। वह मादक पदार्थों का सेवन करता है। हमने उसे त्याग दिया है। वह कभी कभार घर आता था। वह ५-६ दिनो पूर्व घर आया था। वह कोई काम नहीं करता । हमें दूरदर्शन से ज्ञात हुआ कि वह अतीक हत्याकांड में सम्मिलित था।
१७ पुलिसकर्मी निलंबित
अतीक और अशरफ के पुलिस सुरक्षा में मारे जाने के फलस्वरूप , उत्तर प्रदेश सरकार ने पुलिस सुरक्षा में तैनात १७ पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। हत्या की इस घटना के उपरांत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। प्रयागराज में सुरक्षा कारणों से जमावबंदी आदेश लगा दिया गया है।