सोशल मीडिया के कारण विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य पर हो रहा है गलत परिणाम !
सोशल मीडिया के विरोध में अमेरिकी शिक्षा संस्था की याचिका
वाशिंगटन (अमेरिका) – अमेरिका के ‘सैन मंटो काउंटी बोर्ड ऑफ एजुकेशन’, इस शिक्षा संस्था की ओर से सामाजिक माध्यमों, फेसबुक, इंस्टाग्राम, टिक टॉक, उसी प्रकार गूगल और स्नैपचैट के विरोध में न्यायालय में याचिका प्रविष्ट की है । इन माध्यमों के कारण विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य पर गलत परिणाम हो रहा है, ऐसा दावा इस याचिका में किया गया है । ‘बच्चे हमेशा इन माध्यमों से जुड़े रहते हैं और उनके मन पर इसका गलत परिणाम होता है’, ऐसा इसमें कहा है ।
इस संबंध में फेसबुक की कंपनी ‘मेटा’ के अधिकारी एंटीगोन डेविस ने बताया कि, जब विद्यार्थी इंस्टाग्राम से जुुडते हैं, तब हम स्वयं चलित स्तर पर उनके खाते की जांच करते हैं और उनको कुछ समय में अकाउंट देखने के लिए परावृृत्त होने के लिए संदेश भेजते रहते हैं । साथ ही आत्महत्या अथवा हानि पहुंचाने वाली सामग्री देखने की अनुमति नहीं देते हैं । उनकी ओर से इस प्रकार की सामग्री प्रसारित की जा रही होगी, तो हम उसे तुरंत हटाते हैं ।
संपादकीय भूमिकासामाजिक माध्यमों के दुष्परिणामों के विषय में जनता में जागृति होना आवश्यक है, ऐसा ही लगता है ! |