संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पुन: टर्की ने कश्मीर का राग अलापा !

भारत ने टर्की को सुनाया !

भारत की प्रतिनिधि सीमा पुंजानी

नई देहली – जम्मू-कश्मीर में भारत मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है, टर्की ने पाकिस्तान तथा इस्लामी देशों के संगठनों पर ऐसा आरोप लगाया । संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में भारत द्वारा पाकिस्तान तथा इस्लामी देशों के संगठन एवं टर्की तीनों को ही मुंहतोड उत्तर देने की घटना हुई ।

१. इस परिषद में भारत की प्रतिनिधि सीमा पुंजानी ने भारत पर लगाए आरोप पर उत्तर देते हुए कहा कि सामान्य जनता का जीवन तथा उनके चरितार्थ के लिए संघर्ष करनेवाला पाकिस्तान भारत के पीछे पडा है । इससे उसकी प्राथमिकता कैसे चूक है, यह ध्यान में आता है । मैं पाकिस्तान के नेतृत्व तथा अधिकारियों को कहना चाहता हूं कि इस प्रकार का आधारहीन प्रचार करने के स्थान पर पाकिस्तान की जनता के कल्याण के लिए ऊर्जा खर्च करें ।

२. पुंजानी ने टर्की के विषय में कहा कि भारत के आंतरिक प्रकरणों में टर्की के वक्तव्य से दुख हुआ है । मेरा सुझाव है कि टर्की को इस प्रकार के वक्तव्य देने से स्वयं को रोकना चाहिए ।

३. पुंजानी ने आगे कहा कि इस्लामी देशों के संगठनों द्वारा कश्मीर के विषय में दिए जानेवाले वक्तव्य अस्वीकार करने योग्य ही हैं । इन संगठनों को पाकिस्तान को आतंकवाद की निर्मिति से दूर रहने तथा भारत के भू भाग पर अवैध रूप से किया नियंत्रण हटाने को कहना चाहिए था ।

४. कश्मीर के विषय में पुंजानी ने कहा कि कश्मीर भारत का भाग है एवं वह सदैव रहेगा । पाकिस्तान ने ही भारत के भाग पर अवैध नियंत्रण कर रखा है । पाकिस्तान उसके आतंकवादी कारखाने से दुर्लक्षित होने के लिए निराधार बातें करता रहता है ।

संपादकीय भूमिका 

  • इसे कहते हैं कि कुत्ते की पूंछ सीधी करने के लिए चाहे कितना भी प्रयास करें, वह टेढी ही रहेगी ! भूकंप की कालावधि में भारत द्वारा टर्की की सहायता करने पर भी वह पाकिस्तान के ही लिए पागल है, यह स्पष्ट होता है !
  • टर्की समान भारत द्वेषी देशों को अभी तक की गई सहायता पर्याप्त है एवं अब भारत को उन्हें भीख नहीं देनी चाहिए, जनता को ऐसा ही प्रतीत होता है !