समाज की सात्त्विकता बढानेवाली कलाकृतियों की सेवा का स्वर्णिम अवसर !

कौशल, स्पंदनशास्त्र का अध्ययन, सेवाभाव एवं गुरुकृपा का संगम ‘कलायोग’ के द्वारा समाज की सात्त्विकता बढाने के लिए, सात्त्विक कलाकृतियों से संबंधित सेवा का स्वर्णिम अवसर गुरुकृपा से उपलब्ध हो रहा है । सनातन संस्था के रामनाथी आश्रम में संस्था के उपक्रमों के लिए आवश्यक विभिन्न कलाकृतियां (उदा. ग्रंथों के मुखचित्र, पंचांग, फलक, हस्तपत्रक, ‘सीडी कवर’, छायाचित्रों के संच तैयार करना, सूक्ष्म चित्र, बोधचित्र, विज्ञापन आदि) बनाने की सेवा की जाती है । इन कलाकृतियों को बनाने के लिए ‘कोरल ड्रॉ’ एवं ‘फोटोशॉप’, इन संगणकीय प्रणालियों का ज्ञान रखनेवाले साधकों की आवश्यकता है । उक्त किसी भी संगणकीय प्रणाली का ज्ञान रखनेवाले तथा रामनाथी के आश्रम में पूर्णकाल रहकर सेवा करने के इच्छुक साधक जिलासेवकों के माध्यम से संपर्क करें । ये प्रणालियां सीखकर सेवा करने के इच्छुक साधक तथा घर पर व्यावसायिक विज्ञापन करने की क्षमता रखनेवाले साधक भी संपर्क कर सकते हैं ।

उक्त सेवा करने हेतु इच्छुक साधक उनके स्वयं के द्वारा बनाई गई किसी भी विषय पर आधारित कलाकृति (आर्टवर्क) ई-मेल द्वारा भेजें ।

आश्रम में रहकर पंचांग की निर्मिति करने के लिए पंचांग की जानकारी रखनेवाले, साथ ही मराठी भाषा का अच्छा ज्ञान तथा संकलन का अनुभव रखनेवाले साधकों की भी आवश्यकता है । सनातन के उत्पाद तथा प्रसारसामग्री का महत्त्व ध्यान में रखकर जिलासेवक भी अपने जिले के, विशेष रूप से युवा साधक-साधिकाओं में से उक्त सेवा कौन कर सकते हैं ?, इस पर विचार कर संबंधित साधक-साधिकाओं की स्वीकृति से उनके भी नाम भेजें ।

संपर्क हेतु ई-मेल पता : kalavibhag@gmail.com