पुर्तगाल के चर्च में पादरियों द्वारा ४ सहस्र ८१५ बच्चों का यौन शोषण !

आरोपी १०० से अधिक पादरी अभी भी पद पर हैं !

लिस्बन (पुर्तगाल) – पुर्तगाल में ४८१५ बच्चों के यौन शोषण के आरोपी १०० से अधिक पादरी अभी भी चर्च में सक्रिय हैं। इन मामलों की जांच कर रहे आयोग ने यह जानकारी दी है ।

१. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, आयोग की अंतिम रिपोर्ट में कहा गया है कि पुर्तगाल में रोमन कैथोलिक चर्च के सदस्यों (७० से अधिक पादरियों सहित) ने कम से कम ४८१५ बच्चों का यौन शोषण किया है । आयोग ने इसे ‘हिमशैल का शीर्ष’ बताया है । इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह संख्या ज्यादा हो सकती है ।

२. आयोग का नेतृत्व करने वाले बाल मनोचिकित्सक पेड्रो स्ट्रेच ने कहा कि यह पादरियों की अनुमानित संख्या है । यह १०० से अधिक होगा । इन पादरियों की सूची तैयार कर चर्च और मामले में वादी को भेजी जा रही है । ऐसे आरोपियों को नौकरी से बर्खास्त करने की आवश्यकता है। साथ ही कम से कम बच्चों के साथ उनके संपर्क को रोका जाए। मामले की जांच कर रहे अधिकारियों की सहायता करना चर्च का नैतिक कर्तव्य है।


Abuse Documentary : The Shame of the Catholic Church | Retro Report | The New York Times

(Source : The New York Times)


३. बिशप काउंसिल के प्रमुख जोस ओर्नेलेस ने कहा, “हमें अभी तक आयोग से सूची नहीं मिली है ।” चर्च स्वयं हमारे सदस्यों की जांच नहीं करेगा । (यदि चर्च की यह स्थिति है, तो क्या अभियुक्तों को कभी दण्डित किया जायेगा ? स्पष्ट है कि यह स्थिति केवल वासनांध पादरियों के समर्थन का एक प्रयास है ! – संपादक)

४. ‘सर्वाइवर्स नेटवर्क ऑफ द एब्यूज्ड बाई प्रीस्ट्स’ नामक संगठन ने कहा कि ‘पुर्तगाल में चर्च के अधिकारियों को आरोपी पादरियों के नाम, फोटो, पते आदि सार्वजनिक करने चाहिए ।’ साथ ही उन्हें पादरी पद से भी हटा देना चाहिए । इसके लिए वरिष्ठों (सीनियर्स) को बदलने की आवश्यकता है । इसके अलावा ये नहीं होंगी’, ऐसा कहा जाता है ।

पुर्तगाल के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की आलोचना !

  • पुर्तगाल के प्रधान मंत्री एंटोनियो कोस्टा ने कहा कि इस घटना ने पूरे समुदाय को झकझोर कर रख दिया है । न्याय मंत्री और अन्य सरकारी अधिकारी इस मामले में जांच आयोग से मिलेंगे ।
  • पुर्तगाल के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा ने कहा कि इस प्रकरण में चर्च को भी उत्तरदायी ठहराया जाना चाहिए।

संपादकीय भूमिका

  • क्योंकि ऐसे पादरियों को चर्च का समर्थन प्राप्त है, इस प्रकार की घटनाएं रुकने के बजाय अधिक से अधिक हो रही हैं; परंतु ध्यान रहे कि कोई उन्हें रोकने की प्रयत्न नहीं कर रहा है !
  • विश्व भर में दशकों से यही स्थिति है; परंतु ध्यान दें कि भारतीय प्रसारमाध्य, पत्रिकाएं, मानवाधिकार संगठन, नास्तिक आदि इस बारे में अपना मुंह नहीं खोलते !
  • विश्व भर में ‘पादरी एक वासनांध व्यक्ति’ के रूप में उनकी छवि निर्माण हो तो आश्चर्य न करें !