‘ॐ’ और ‘अल्ला’ एक ही हैं, तो काबा मस्जिद पर ॐ लिखें !
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की मौलाना अर्शद मदनी को चुनौती !
नई देहली – जमियत उलेमा-ए-हिंद के नेता मौलाना (इस्लाम का विद्वान) अर्शद मदनी ने यहां सद्भावना सम्मेलन में बोलते हुए ‘ॐ’ और ‘अल्ला’ एक ही होने का विधान किया था । वहां उपस्थित आचार्य लोकेश मुनि ने इसका विरोध करते हुए अन्य धर्मियों के संतों सहित मंच का त्याग किया था ।
अगर सब एक तो काबा पर लिखवा कर दिखाएं ॐ- मदनी पर भड़के शंकराचार्य #Shankaracharya | #MaulanaArshadMadani https://t.co/Dl3bYAQSIp
— TV9 Uttar Pradesh (@TV9UttarPradesh) February 13, 2023
इस विधान पर ज्योति पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि, यदि अर्शद मदनी का दावा है कि, ‘ॐ’ और ‘अल्ला’ एक ही है, तो उन्हें इसे प्रमाणित करने के लिए अपनी मस्जिदों पर ‘ॐ’ लिखना चाहिए । इसका प्रारंभ मक्का की काबा मस्जिद से करना चाहिए । वहां सोने की परत का प्रयोग कर ॐ लिखना चाहिए । इसके उपरांत देहली की जामा मस्जिद पर वैसा लिखना चाहिए । जहां जहां ‘अल्ला’ लिखा गया है वहां ‘ॐ’ लिखना चाहिए; कारण उनकी दृष्टि से दोनों एक ही हैं ।