भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित किए बिना हिन्दुओं की समस्याओं का समाधान असंभव ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति
गुरुग्राम (हरियाणा) – ‘‘अनेक लोग कहते हैं, ‘भारत हिन्दू राष्ट्र ही है’; परंतु हमें यह समझना होगा कि वर्ष १९७६ में संविधान में संशोधन कर घोषित किया गया कि ‘भारत धर्मनिरपेक्ष देश है ।’ इसलिए जब तक संविधान एवं संसद ऐसा घोषित नहीं करते कि ‘भारत हिन्दू राष्ट्र है’, तब तक ऐसा मानने का कोई अर्थ नहीं है । इस देश के हिन्दू राष्ट्र घोषित होने पर ही हिन्दुओं की सभी समस्याओं का निवारण होगा ।’’ हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने यह मार्गदर्शन किया । ग्रामसुधार समिति, जमालपुर एवं हिन्दू जनजागृति समिति ने २६ जनवरी को हिन्दू-जागृति सम्मेलन का आयोजन किया था, उसमें वे ऐसा बोल रहे थे । इस सम्मेलन में सनातन संस्था की कु. कृतिका खत्री ने ‘धर्माचरण का महत्त्व’ विशद किया । इस कार्यक्रम में जमालपुर, पटौदी तथा आसपास के गांवों से आए १२५ से अधिक धर्मप्रेमी उपस्थित थे ।
विशेष
१. हिन्दू जनजागृति समिति के जालस्थल के पाठक श्री. देशराज यादव ने गांव के अन्य हिन्दुत्वनिष्ठों की सहायता लेकर इस कार्यक्रम का आयोजन किया । उन्होंने गांव में
२. सहस्र पत्रकों का वितरण करने के साथ ही कार्यक्रम के लिए मंदिर उपलब्ध कराया, साथ ही ध्वनियंत्र आदि सामग्री उपलब्ध कराई ।
३. इस कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं ने बताया कि आज तक किसी ने हमें शास्त्र के अनुसार जन्मदिवस मनाने की पद्धति नहीं बताई । यहां से आगे हम शास्त्र के अनुसार जन्मदिवस मनाएंगे, साथ ही प्रतिसप्ताह धर्मशिक्षावर्ग में उपस्थित रहेंगे ।