चीन ने १२ देशों में जासूसी की !
अमेरिकी गुप्तचर विभाग ने दी जानकारी !
भारत में भी जासूसी करने का दावा
वाशिंग्टन – अमेरिकी गुप्तचर विभाग के अनुसार चीन गत कुछ वर्षों से ५ महाद्वीपों के १२ देशों में जासूसी गुब्बारे भेज भेज चुका है । अमेरिकी अधिकारी ने कहा है कि विविध देशों में ऐसे गुब्बारे भेजना, यह चीन के जासूसी कार्यक्रम का भाग है । ऐसे गुब्बारे भेजकर चीन ने भारत में भी जासूसी की है । ऐस गुब्बारों द्वारा चीन ने जापान, ताईवान एवं फिलिपाइन्स देशों की हवाई सीमा में घुसपैठ की है । अमेरिका के वायुदल ने ५ फरवरी को जासूसी करनेवाला चीनी गुब्बारे गिरा दिया था । उस पार्श्वभूमि पर अमेरिका के गुप्तचर विभाग ने इस विषय में जानकारी प्रसारित की है ।
US to declassify some intelligence on Chinese spy balloons. The balloon flew over the US five times before being taken down, as per sources. The balloon may have spied on more than 40 countries.
Srinjoy shares more details with @anchoramitaw. pic.twitter.com/rSyizUEcbp
— TIMES NOW (@TimesNow) February 8, 2023
अमेरिका के गुप्तचर विभाग ने कहा है कि
१. ऐसे गुब्बारे द्वारा चीन पूरे विश्व के देशों के सैन्य स्थलों पर छुपी दृष्टि रखता है ।
दक्षिण अमेरिका, दक्षिण पूर्व एशिया, पूर्व एशिया एवं युरोप के महाद्वीवपों में भी चीन ने जासूसी गुब्बारे भेजे हैं ।
२. पूरे विश्व में चीन की बढती जासूसी से अमेरिका ने एक अभियान आरंभ किया है । इसके अंतर्गत अमेरिका के विदेश में स्थित अधिकारी उन देशों को चीन की बढती जासूसी की जानकारी देंगे । भारत भी इस अभियान में सिम्मिलित होगा ।
३. अनेक वर्षों से चीन जासूसी करनेवाले गुब्बारे पर शोध कर रहा है । वर्ष २०२१ में चीन के समाचार पत्र ने इस जासूसी गुब्बारे को ‘आकाश में स्थित शक्तिशाली आंखें’, बताया था ।
४. अमेरिकी गुप्तचर संस्था सीआइए के पूर्व अधिकारी जॉन कल्वर ने कहा कि जासूसी गुब्बारे चीन के जासूसी उपग्रहों के अभाव को पूरा कर रहे हैं । ये गुब्बारे संबंधित देशों के मौसम की स्थिति एवं अंतरिक्ष की जानकारी सहजता से इकट्ठा कर सकते हैं । चीन की सेना के लिए यह जानकारी महत्त्वपूर्ण होती है । इसके द्वारा युद्ध के समय चीन के लिए अचूक लक्ष्य साध्य करना सरल होगा ।
संपादकीय भूमिकाचीन की बढती खुराफात वैश्विक शांति के लिए संकट है । यह बात ध्यान में लेते हुए भारत को अधिकाधिक युद्धसज्ज रहना आवश्यक है ! |