‘नमाजपठन करो और आतंकवादी बनो’, यही है इस्लाम का अर्थ ! – योगऋषि रामदेवबाबा

चर्च में मोमबत्ती जलाने से सभी पाप धुल जाते हैं !

बाडमेर (राजस्थान) – यहां एक कार्यक्रम के अंतर्गत योगऋषि रामदेवबाबा ने वक्तव्य किया, ‘इस्लाम का अर्थ है, केवल नमाजपठन करना । इस्लाम में ५ बार नमाजपठन करने से कुछ भी कर सकते हो; फिर चाहे हिन्दू लडकियों को भगा ले जाओ अथवा आतंकवादी बनकर मन में जो आए, सो करो । ऐसा ही ईसाई धर्म में भी है । चर्च में मोमबत्ती जलाने से सभी पाप धुल जाते हैं’ । उन्होंने स्पष्ट किया है कि ‘कुरान एवं बायबल में कुछ भी नहीं सिखाया जाता’ । यहां के पनोणिया के धर्मपुरी महाराज मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में वे बोल रहे थे । इस समय आचार्य स्वामी अवधेशानंदगिरि उपस्थित थे ।

योगऋषि रामदेवबाबा द्वारा प्रस्तुत सूत्र

१. ५ बाऱ नमाजपठन करने से ‘जन्नत’ (स्वर्ग) मिलती है । यदि जन्नत में मद्य एवं अप्सराएं मिलती होंगी, तो ऐसी ‘जन्नत’, ‘जहन्नुम’ से (नरक से) भी खराब है । सभी जाति के लोगों का इस्लाम में धर्मांतरण करने का प्रयास किया जा रहा है ।

२. कोई पूर्ण विश्व को इस्लाममय बनाने की बातें करता है, तो कोई विश्व को ईसाई बनाने की कहता है । कुछ लोग मूछें मुंडवा देते हैं एवं गोल टोपी पहन लेते हैं । यह मूर्खता है । लोग इसी विचार में मग्न होकर पूर्ण विश्व को इस्लाममय करने का प्रयास कर रहे हैं ।

३. मुसलमान एवं ईसाईयों में ऐसी कोई नीति नहीं है; परंतु फिर भी वे विश्व में अपने धर्मों की प्रभुता का निर्माण करने की बात करते हैं ।

४. हिन्दू धर्म क्या कहता है, प्रातः ब्रह्ममुहूर्त पर उठें । योगसन करें । ईश्‍वर अथवा अपने आराध्य का ध्यान करें । पूरा दिन अच्छे कर्म करें । धर्माचरण करें, अन्यों की सेवा करें । यही सनातन धर्म है ।

मुसलमान नेताओं की प्रतिक्रिया

रामदेवबाबा को इस्लाम का अध्ययन करके ही बोलना चाहिए !

बरेली (उत्तर प्रदेश) – यहां के ‘ऑल इंडिया मुस्लिम जमात’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना (मौलाना अर्थात इस्लाम के अध्ययनकर्ता) शहाबुद्दीन रझवी बरेलवी ने योगऋषि रामदेवबाबा के वक्तव्य पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि ‘रामदेवबाबा प्रथम इस्लाम का अध्ययन करें तथा पश्चात ही वक्तव्य करें । जिन लोगों ने इस्लाम का अध्ययन नहीं किया है, उन्हें इस्लाम पर बोलने का अधिकार नहीं है । अध्ययन किए बिना किसी विषय पर बोलना, भूल है ।’

समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान ने कहा है कि ‘रामदेवबाबा को इस्लाम के विषय में कुछ भी जानकारी नहीं है । उन्हें प्रथम कुरान पढना चाहिए ।’ उन्होंने आरोप किया है कि ‘वे अपने वक्तव्य के द्वारा भाजपा का ही लाभ करवा रहे हैं ।’ (४.१२.२०२३)