इस्लामिक देशों के मुसलमानों की तुलना में भारत में मुसलमानों को धार्मिक स्वतंत्रता अधिक है! – मुस्लिम बुद्धिजीवी पोनमाला अब्दुल खादेर मुस्लियार !
कोलिकोडे (केरल) – जब आप विश्व भर के विभिन्न देशों को देखते हैं, तब विदित होता है कि भारत जैसा कोई दूसरा देश नहीं है। यहां इस्लामिक कार्य करने की पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त होती है। मुस्लिम विचारक पोनमाला अब्दुल खादर मुस्लियार ने कहा है कि खाड़ी देशों में भी इतनी स्वतंत्रता नहीं है। मुस्लियार मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के ‘संपूर्ण केरल जाम-इय्याथुल उलमा’ के सचिव हैं। वे कोलिकोडे में ´सुन्नी स्टूडेंट्स फेडरेशन´ की बैठक में बोल रहे थे।
Ponmala Abdul Qadir Musaliyar, leader of the Kanthapuram faction of the Sunnis, said that religious freedom enjoyed by Muslims in India cannot be experienced in any Muslim country. https://t.co/ygEbgI8ERG
— The New Indian Express (@NewIndianXpress) January 29, 2023
इस्लामिक कार्य करने के लिए भारत जैसा दूसरा देश नहीं है !
मुस्लियार ने कहा कि मलेशिया जैसे पूर्वी देशों में भी हमें इस्लामिक कार्य करने की धार्मिक स्वतंत्रता नहीं दी जाती । हम भारत में जो संगठनात्मक कार्य कर रहे हैं, क्या वे अन्यत्र संभव होते ? इस्लामिक कार्य के लिए भारत जैसा कोई दूसरा देश नहीं है।
‘संपूर्ण केरल जाम-इय्याथुल उलमा’ के प्रदेश अध्यक्ष सैयद सादिक अली शिहाब थंगल ने पोनमाला मुस्लियार के बयान पर अपनी राय रखते हुए कहा कि यहां के मुसलमानों को देश में किसी भी प्रकार का धोखा नहीं है , क्योंकि इस देश का संविधान बहुत सशक्त है।
संपादकीय भूमिकाऐसा इसलिए है क्योंकि भारतीय संविधान धर्मनिरपेक्ष है और गत ७५ वर्षों में सर्वदलीय शासकों ने बहुसंख्यक हिन्दुओं पर अत्याचार किया है और मुसलमानों को सिर पर बिठाया है। भारत में हिन्दुओं की स्थिति इस्लामिक देशों में अल्पसंख्यक हिन्दुओं जैसी है ! |