२६ जनवरी से सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय प्रादेशिक भाषाओं में उपलब्ध हो गए !
नई देहली – सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय विविध भारतीय प्रादेशिक भाषाओं में देने की सेवा का आरंभ किया गया है । २६ जनवरी गणतंत्र दिवस से यह परिणाम प्रादेशिक भाषाओं में मिलना आरंभ हो गया है ।
CJI ने क्षेत्रीय भाषाओं में सुप्रीम कोर्ट के निर्णयों को उपलब्ध कराने की बात कही, प्रधानमंत्री ने बताया प्रशंसनीय कदम #SC #Pmmodi #CJI https://t.co/UdWwU1rE8x
— Swadesh स्वदेश (@DainikSwadesh) January 22, 2023
२५ जनवरी को सरन्यायाधीश ने न्यायालय में कामकाज आरंभ करने से पूर्व अधिवक्ताओं से कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ‘‘इलेक्ट्रॉनिक सर्वोच्च न्यायालय अहवाल’ (ई-एस्.सी.आर्.) प्रकल्प के भाग के रूप में सरकारी सूची की भारतीय भाषाओं में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायनिर्णय उपलब्ध कऱा देने की नि:शुल्क सेवा २६ जनवरी से कार्यान्वित करेगा । ‘ई-एस्.सी.आर्.’ प्रकल्प में वर्तमान समय में लगभग ३४ सहस्र निर्णय उपलब्ध हैं । ये ठीक निर्णय ढूंढने की भी इसमें सुविधा है । इन में प्रादेशिक भाषाओं में १ सहस्र ९१ निर्णय उपलब्ध हैं । वे गणतंत्र दिवस के अवसर पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कऱा दिए जाएंगे । उडिया भाषा में २१, मराठी में १४, आसामी में ४, कन्नड में १७, मल्यालम में २९, नेपाली में ३, पंजाबी में ४, तमिल में ५२, तेलुगु में २८ तथा उर्दू में ३ निर्णय उपलब्ध हैं । ‘ई-एस्.सी.आर्.’ प्रकल्प के हिस्से के रूप में ये निर्णय सर्वोच्च न्यायालय के संकेतस्थल पर, उसके भ्रमण भाष एप पर तथा नैशनल ज्युडिशियल डेटा ग्रिड’ के (एन्.जे.डी.सी.के) ‘जजमेंट पाोर्टल पर उपलब्ध हैं । पूरे देश के अधिवक्त्ताओं के लिए यह सेवा नि:शुल्क उपलब्ध है । प्रयोगकर्ताओं की सुविधा की दृष्टि से यह शोध सुविधा उपलब्ध हुई है ।