हमें भारत में समाहित करें !
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नई देहली – पाकिस्तान के आर्थिक संकट की पृष्ठभूमि पर पाकव्याप्त कश्मीर के गिलगिट-बाल्टिस्तान के लोग विगत १२ दिनों से पाकिस्तान की सरकार एवं सेना के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे हैं । उन्होंने भारत के लद्दाख में स्थित कारगिल जिले में गिलगिट बाल्टिस्तान को समाहित करने की मांग की है । उनका कहना है ‘पाकिस्तान की सरकार हमसे भेदभाव कर रही है; परंतु अब हम स्वयं गिलगिट-बाल्टिस्तान का निर्णय लेंगे’ ।
पीओके के गिलगित- बाल्टिस्तान में लग रहे हैं आजादी के नारे।
पाकिस्तान को छोड़कर भारत में मिलाने की मांग हो रही है। pic.twitter.com/9xhNKR9Wyk
— Prashant Umrao (@ippatel) January 8, 2023
१. आंदोलन करनेवाले लोगों के वीडियो सामने आ रहे हैं । जिसमें प्रदशर्नकारियों ने, ‘आर-पार जोड दो, कश्मीर का द्वार खोल दो’ की घोषणा की । उनका कहना है कि पाक सरकार हमारा निर्णय नहीं लेगी तथा हम उनको वैसा नहीं करने देंगे’ ।
२. स्थानीय लोगों का आरोप है कि पंजाब तथा खैबर पख्तुनख्वा के लोग उनकी भूमि पर अतिक्रमण कर रहे हैं । इन लोगों को पाक सेना आधार दे रही है । उनकी रक्षा के लिए सैनिक नियुक्त किए जा रहे हैं । पाक की सेना अवैध पद्धति से पैसे अर्जित करने के लिए लोगों की भूमि हडप रही है । इस सूत्र पर यहां के नागरिक भारत से हस्तक्षेप करने की मांग कर रहे हैं ।
३. पाक की सेना का विरोध करनेवाले मिनावर गांव के लोगों को निकटवर्ती क्षेत्रों के लोगों की भी सहायता मिल रही है । अनेक प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यदि सेना उन पर गोलीबारी करे, तो भी वे उनको भूमि नियंत्रित नहीं करने देंगे । पाकिस्तानी सेना आती है, तथा हमारे साथ मारपीट करती है । सेना ने हमारी सैकडों एकड भूमि हडप ली है । अब हम उनको एक इंच भी भूमि नहीं देंगे । सेना हमारे घर एवं खेत हडप लेती है । यदि कुछ अनुचित घटना हुई, तो उसके लिए सेना उत्तरदायी होगी ।
संपादकीय भूमिकाभारत को अविलंब सैन्य-कार्रवाई करके पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पुन: भारत में मिला लेना चाहिए । भारत को यह अवसर गंवाना नहीं चाहिए, ऐसी लोगों की अपेक्षा है । |