(कहते हैं ) ‘वर्ष २०२१ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान जाने वाले थे !’
पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार जावेद चौधरी का दावा !
इस्लामाबाद – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी २०२१ में पाकिस्तान की यात्रा करने वाले थे और वहां से वे भारत-पाक मित्रता की पुन: घोषणा करने वाले थे, यह दावा एक वरिष्ठ पाकिस्तानी पत्रकार जावेद चौधरी ने एक लेख में किया है । पाकिस्तान से राजनीतिक स्तर पर अभी तक किसी ने इसकी पुष्टि नहीं की है कि यह दावा कितना वास्तविक है।
PM Modi Pakistan Visit : पीएम मोदी जाने वाले थे पाकिस्तान, हमेशा के लिए हल हो जाता कश्मीर का मुद्दा लेकिन… @narendramodi | #NarendraModi | #HindiNews | #PMModi
— IBC24 News (@IBC24News) January 8, 2023
पाकिस्तानी पत्रकार जावेद चौधरी ने कहा है कि पाकिस्तानी सेना ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को २०२० में पाकिस्तान आने के लिए मना लिया था । इसे संभव कर दिखाया था, जनरल फैज हमीद ने । उन्होंने एक अरब देश में भारत के सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भेंट की थी । उनके बीच हुई चर्चा के उपरांत निश्चित हुआ कि ‘प्रधानमंत्री मोदी ९ अप्रैल, २०२१ को पाकिस्तान आएंगे’। प्रधानमंत्री मोदी पाकिस्तान की श्री हिंगलाज माता के भक्त हैं । पाक पहुंचने पर वे सीधे श्री हिंगलाज माता मंदिर जाएंगे और वहां १० दिनों का उपवास रखेंगे । पाकिस्तान से लौटते समय उनकी भेंट तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान से होती, दोनों हस्तांदोलन करते एवं पुन: मित्रता की घोषणा करते । मोदी ने तब कहा, ‘हम पाकिस्तान के साथ व्यापार शुरू करेंगे । भारत-पाकिस्तान दोनों देशों के प्रकरणों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे और आतंकी गतिविधियों में सम्मिलित नहीं होंगे, हम साथ बैठकर कश्मीर पर निर्णय करेंगे, ऐसी घोषणा करेंगे ।
किन्तु उस समय पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इमरान खान को धमकी दी थी कि, ‘अगर तुमने ऐसा किया तो तुम पर कश्मीर पर समझौता करने का आरोप लगाया जाएगा ।’ इसलिए इमरान खान मोदी के दौरे की बात से पीछे हट गए, अत: पाकिस्तान की यह यात्रा नहीं हो सकी ।
संपादकीय भूमिकाभारत सरकार ने बार-बार पाकिस्तान के आतंकी मुख को विश्व के समक्ष उजागर किया है। ऐसे में यदि भारतीय जन साशंक हैं ! कि ‘क्या ऐसे समाचार प्रधानमंत्री मोदी की अपकीर्ती करने के लिए गढी जा रही हैं ?’ तो इसमें आश्चर्य की क्या बात है ? भारत सरकार को इसे संज्ञान में लेकर इसका प्रत्युत्तर देना अति आवश्यक है ! |