हिन्दू राष्ट्र का मार्ग प्रशस्त करने के लिए अपने क्षेत्र के हिन्दू शक्तियों को संगठित करें ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति
देहली में उत्तर भारत हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन संपन्न
देहली – ‘‘हिन्दू राष्ट्र के लिए समविचारी हिन्दू शक्तियों को जोडकर हमें अपने क्षेत्र के मंदिर, गोमाता, हिन्दुओं को सुरक्षित करने का संकल्प करना होगा । हिन्दू राष्ट्र का मार्ग प्रशस्त करने के लिए समर्पित भाव से कार्य करें । काल प्रवाह हिन्दू राष्ट्र के अनुकूल है । हमें प्रत्येक हिन्दू तक हिन्दू राष्ट्र का विचार पहुंचाना है ।’’ ऐसा प्रतिपादन ‘उत्तर भारत हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ में हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने किया ।
१९ एवं २० नवंबर २०२२ को देहली के कालकाजी स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर (सनातन धर्म मंदिर) में ‘उत्तर भारत हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ संपन्न हुआ । इस अधिवेशन में मध्य प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ, देहली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू आदि १० राज्यों से ३७ हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के पदाधिकारी, मंदिर विश्वस्त, अधिवक्ता, विचारक मिलाकर १७० जन सहभागी हुए । इस अधिवेशन में हिन्दुत्वनिष्ठों द्वारा किया मार्गदर्शन हमारे पाठकों के लिए यहां दे रहे हैं । इस अधिवेशन के उपरान्त ५ शहरों में शहर स्तरीय अधिवेशन करने की तैयारी हिन्दुत्वनिष्ठों ने दिखाई । साथ ही ४ जगह हिन्दू राष्ट्र के लिए सभा, ७ जगह व्याख्यान एवं ८ स्थान पर बैठक करना निर्धारित किया गया ।
सनातन धर्म के अस्तित्व के लिए हिन्दू राष्ट्र का लक्ष्य पूरा करें ! – कपिल मिश्रा, संस्थापक, हिन्दू इकोसिस्टम
हिन्दू राष्ट्र का पहला युद्ध वैचारिक है । यदि हमारी पीढी धर्मनिष्ठ नहीं बनी, तो आनेवाले समय में सामर्थ्य होते हुए भी हिन्दू पराजित हो जाएंगे । आज हमारा पैसा भारत के विरोधियों के पास जा रहा है । उस पैसे से वे हिन्दू धर्म के लिए कार्य करनेवालों को लक्ष्य कर रहे हैं । इसीलिए सभी हिन्दू राष्ट्र के समर्थन में खडे रहें । जाति का अहंकार न रखते हुए हिन्दू राष्ट्र-स्थापना हेतु लोकतांत्रिक मार्ग से वैचारिक संघर्ष के लिए तैयार होना होगा ।
जिहाद को सेना के माध्यम से समाप्त करना होगा । – श्री. ललित अंबरदार, कश्मीरी पंडित एवं लेखक
बहुसंख्यक होते हुए भी हम संकट में हैं । हम जागेंगे तब सरकार जागेगी । कश्मीर के मूल निवासी होते हुए भी हमें अल्पसंख्यक बना दिया है । कश्मीर भारत के लिए चुनौती है । चुनाव से जिहाद समाप्त नहीं होगा, सेना के माध्यम से समाप्त करना होगा ।
संविधान में ‘सेक्युलर’ शब्द हिन्दू राष्ट्र की स्थापना में बाधक ! – चेतन राजहंस, राष्ट्रीय प्रवक्ता, सनातन संस्था
कानून अच्छा होगा तो राज्य अच्छा होगा । कानून धर्मनिरपेक्ष होगा तो राज्य भी धर्मनिरपेक्ष होगा । आज के कानून अल्पसंख्यकों के हित के लिए हैं । संविधान में अवैध ढंग से ‘सेक्युलर’ शब्द अंतर्भूत किया गया है । इसकी कहीं व्याख्या भी नहीं की गई है । यह व्याख्या हीन शब्द ही हिन्दू राष्ट्र में बाधा है और इसे हटाने के लिए संवैधानिक प्रक्रिया अर्थात आंदोलन, संसद एवं सर्वाेच्च न्यायालय के माध्यम से संघर्ष करना होगा ।
जगत के प्रत्येक हिन्दू की रक्षा का उत्तरदायित्व हमारा ! – जय आहुजा, अध्यक्ष, ‘निमित्तेकम्’ संगठन
पाकिस्तानी हिन्दू आज नरक यातनाएं सह रहे हैं । भारत के हिन्दू समाज की ओर वे आशा से देख रहे हैं । ‘सीएए’ कानून को त्वरित लागू कर उन्हें नरक यातनाओं से मुक्त करना आवश्यक है । जगत का प्रत्येक हिन्दू हमारा है और उसकी सहायता करना हमारा उत्तरदायित्व है ।
हिन्दू धर्म पर आक्रमण ना हो, इसलिए सजग रहें ! – विनोद बंसल, राष्ट्रीय प्रवक्ता, विश्व हिन्दू परिषद
देशद्रोहियों को सबक सिखाने हेतु कठोर कानून बनना आवश्यक है । जब तक सफलता न मिले तब तक सक्रिय रहने का संकल्प करना होगा । हिन्दू धर्म पर कोई भी किसी भी प्रकार का आक्रमण ना करे, इसके लिए हमें सजग रहना होगा ।
श्री. जगदीश चौधरी, बालाजी ग्रूप ऑफ कॉलेज
किसी भी राष्ट्र को राष्ट्र कहलाने के लिए वहां की संस्कृति, परंपरा अपनाने की आवश्यकता होती है । शिक्षित वे होते हैं, जो शिक्षा को जीवन में उतारते हैं, धारण करते हैं ।
श्री. मुन्ना कुमार शर्मा, अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष
हिन्दू जनजागृति समिति सभी हिन्दुत्वनिष्ठों को एवं संगठनों को एक मंच पर लाने का प्रयास करती है ! हिन्दुओं को भय दिखाकर उनका धर्म-परिवर्तन किया जाता है । हम ‘घर वापसी’ का कार्य करते हैं । धर्मांतरण के विरुद्ध देशव्यापी कानून बनना आवश्यक है ।
अधिवेशन में हिन्दू राष्ट्र संसद !इस अधिवेशन में हिन्दू राष्ट्र संसद का भी विशेष आयोजन हुआ, जिसमें सभापति के रूप में ज्ञानम फाउंडेशन के संस्थापक महंत दीपक गोस्वामीजी एवं उपसभापति के रूप में सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने इस संसद का संचालन किया । अलग-अलग प्रांतों से आए धर्मनिष्ठों ने अपने प्रस्ताव इस संसद में रखे । ये प्रस्ताव आगे जनप्रतिनिधियों को भेजे जाएंगे । ‘हिन्दू राष्ट्र एवं पत्रकारिता’ विषय पर विशेष संवाद का आयोजन हुआ । इसमें हिन्दुत्वनिष्ठ पत्रकार श्री. संदीप देव, जम्बो टॉक्स चैनल के निधीश गोयल, संगम टॉक्स की संपादिका तान्या, एन गायत्री जी आदि मान्यवर सहभागी हुए । सभी ने हिन्दूहित की पत्रकारिता करते समय आई बाधा एवं किए प्रयासों की जानकारी उपस्थित लोगों को दी । इस विशेष संवाद का संचालन श्री. चेतन राजहंस ने किया । इस अधिवेशन में हिमाचल प्रदेश के हिन्दू जागरण मंच के श्री. कमल गौतम, करणी सेना के राजस्थान प्रांत प्रमुख श्री. मनोहरलाल घोडीवाला, सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता भगवान स्वरूप शुक्ल, अधिवक्ता बिपिन बिहारी सिंह, द लीगल हिन्दू संगठन के संस्थापक श्री. समीर चाकू उपस्थित थे एवं उन्होंने उपस्थित लोगों का उद्बोधन भी किया । |
अभार प्रदर्शनइस अधिवेशन के आयोजन से संबंधित विभिन्न व्यवस्था हेतु श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर के प्रधान श्री. अतुल खोसला, मंदिर समिति के सदस्य श्री. राम निवास शर्मा, सर्वश्री सौगात बैनर्जी, नरेंद्र मखिजा, राजीव गुलाटी, संजय सेठी एवं नीलम सेठी जी का सहकार्य प्राप्त हुआ इसलिए हिन्दू जनजागृति समिति उनका अभार व्यक्त करती है । |