आंदोलन, संसद एवं सर्वाेच्च न्यायालय के माध्यम से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना का हिन्दू धर्मप्रेमियों का निश्चय !

हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा वाराणसी (उत्तर प्रदेश) में प्रांतीय ‘हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ संपन्न !

पत्रकार परिषद में (बाईं ओर से) श्री. विश्वनाथ कुलकर्णी, श्री. चेतन राजहंस; बोलते हुए सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी एवं अधिवक्ता कमलेश त्रिपाठी

वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – अनादि काल से भारत एवं नेपाल हिन्दू राष्ट्र थे; परंतु धर्मनिरपेक्ष व्यवस्था के दुष्टचक्र में फंसने के कारण यहां के हिन्दुओं का दमन हो रहा है । इस स्थिति में परिवर्तन लाने हेतु पुनः संवैधानिक पद्धति से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना अनिवार्य बन गया है । इसे ध्यान में लेकर लोकतंत्र की विभिन्न पद्धतियों से हिन्दू राष्ट्र का आंदोलन तीव्र करने के लिए हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा आशापुर के तनिष्क सभागार में दो दिवसीय ‘हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ का आयोजन किया गया था । इस अधिवेशन में उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, उत्तराखंड आदि राज्यों; साथ ही नेपाल एवं अमेरिका से आए कुल १०० हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के २०० से अधिक प्रतिनिधि उपस्थित थे । हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी ने यह जानकारी दी । यहां के पराडकर भवन में आयोजित पत्रकार परिषद में उन्होंने यह जानकारी दी । इस अवसर पर ‘इंडिया विथ विजडम्’ के अध्यक्ष अधिवक्ता कमलेश त्रिपाठी एवं सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस ने भी पत्रकारों के साथ संवाद किया ।

१. ‘इंडिया विथ विजडम्’ के अध्यक्ष अधिवक्ता कमलेश त्रिपाठी ने कहा, ‘‘इस अधिवेशन में उपस्थित अधिवक्ताओं ने हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं को कानून की प्राथमिक स्तर की शिक्षा देने का निर्णय लिया है, साथ ही उन्हें सूचना के अधिकार एवं भ्रष्टाचार निर्मूलन कानून का किस प्रकार उपयोग करना चाहिए ?, इसका भी प्रशिक्षण दिया जाएगा । इसके साथ ही प्रत्येक हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ता को ‘भ्रष्टाचार निर्मूलन कार्यकर्ता’ बनाने की दृष्टि से इस अधिवेशन में जागृति की गई । इस अधिवेशन में प्रयागराज एवं वाराणसी में स्वतंत्र रूप से अधिवक्ता अधिवेशन आयोजित करने का निर्णय लिया गया ।’’

२. अधिवेशन में उपस्थित पत्रकारों ने लक्ष्मणपुरी (लखनऊ) में राष्ट्रभक्त पत्रकारों का एक दिवसीय अधिवेशन आयोजित करने का निर्णय लिया ।

३. अधिवेशन में उपस्थित आध्यात्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने हिन्दू राष्ट्र के धर्मकार्य के लिए तथा अपना आध्यात्मिक स्तर बढाने के लिए साधना बढाने पर बल दिया ।

४. ‘सनातन संस्था द्वारा मनुष्य-निर्मित एवं प्राकृतिक आपदाओं में स्वयं की रक्षा कैसे करनी चाहिए ?, इसका प्रशिक्षण दिया गया । सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस ने यह जानकारी दी ।