यदि धर्मांतरण पर रोक नहीं लगाई गई, तो परिस्थिति भयंकर होगी !
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वतीजी द्वारा व्यक्त किया डर
मेरठ (उत्तर प्रदेश) – ‘मुसलमानों की वेशभूषा देखकर डर लगता है । यदि देश में धर्मांतरण पर रोक न लगाई गई, तो परिस्थिति भयंकर होगी ।’ बद्रीनाथ के ज्योतिष पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वतीजी ने ऐसा स्पष्ट मत व्यक्त किया है । शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वतीजी पीठ के पद पर विराजमान होने के उपरांत प्रथम बार मेरठ गए थे । इस समय ‘दिव्य मराठी’ समाचार जालस्थल के प्रतिनिधि ने उनके साथ विविध विषयों पर चर्चा की ।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वतीजी द्वारा बताए सूत्र
१. धर्मांतरण के कारण देश में जो परिस्थिति निर्माण हुई है, वह सभी के सामने है । उस पर सरकार एवं न्यायालय विचार कर रहे हैं, यह बात बहुत महत्त्वपूर्ण है । सर्वोच्च न्यायालय द्वारा स्वयं इसकी ओर ध्यान देकर इस विषय में सुधार करने के आदेश देने चाहिए, अन्यथा हम देख रहे हैं कि देश किस दिशा में अग्रसर हो रहा है ।
२. मदरसों का सर्वेक्षण कर, वहां हो रही घटनाएं प्रत्येक को ज्ञात होनी चाहिए । ‘कितने मदरसे हैं ?’, ‘वहां क्या चल रहा है ?’, सब कुछ सरकार को ज्ञात होना चाहिए । यदि एकाध मुसलमान अपना पहनावा पहनकर अन्य देश में जाता है, तो उसकी अधिक छानबीन की जाती है; क्योंकि उनकी प्रतिमा पर प्रभाव पडता है । उनके समाज के लोगों द्वारा कुछ तो किया गया है, इसलिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐसी प्रतिमा निर्माण हुई है । (१७.११.२०२२)