मेरठ में मंदिर में तोड़फोड़ करने वाले आरोपी को बंदी बनाया !
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मेरठ (उत्तर प्रदेश) – यहां के श्री शनिदेव के मंदिर में तोड़-फोड़ एवं मूर्तियों को खंडित करने वाले आरोपियों को पुलिस ने बंदी बना लिया है । यह घटना २३ नवंबर को हुई थी । ऐसा बताया जा रहा है कि उन्हें पुलिस ने बंदी बना लिया है ।
#मेरठ में 30 साल पुराने मन्दिर की मूर्तियों को तोड़ा गया। #meerut के #डिग्गीक्षेत्र के शनि मंदिर में खंडित की गई मूर्तियां, #बजरंगदल व हिंदुओ में आक्रोश #medicalthana @meerutpolice @DainikBhaskar pic.twitter.com/I6lzbE9GYx
— shalu agrawal (@shaluagrawal3) November 23, 2022
२३ नवंबर को प्रात: ६ बजे जब मंदिर के पुजारी मंदिर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि मंदिर का सामान अस्त-व्यस्त पड़ा हुआ है एवं भगवान शनि, भगवान गणपति और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां क्षतिग्रस्त पड़ी हैं । मूर्तियों के चलचित्र सामाजिक माध्यमों पर प्रसारित होने के उपरांत हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता मंदिर के पास एकत्र हुए । उसके उपरांत सभी ने आरोपी को बंदी बनाने की मांग की । घटना की जानकारी प्राप्त होते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और लोगों से शांति बनाए रखने का आवाहन किया ।
#MeerutPolice
थाना मेडिकल क्षेत्रांतर्गत एक धार्मिक स्थल की मूर्तियां एक व्यक्ति द्वारा नशे की हालत में क्षतिग्रस्त करने, पुलिस द्वारा आरोपित व्यक्ति को हिरासत में लेने व अभियोग पंजीकृत करने के संबंध में पुलिस अधीक्षक नगर मेरठ द्वारा बाइट:-#UPPolice pic.twitter.com/R3QikLRw6C— MEERUT POLICE (@meerutpolice) November 23, 2022
(कहते हैं) ‘आरोपी ने उन्माद में यह कृत्य किया !’ – पुलिस अधीक्षकइसके उपरांत मेरठ के पुलिस अधीक्षक पीयूष सिंह ने हिंदुओं को सूचित किया कि उन्होंने इस प्रकरण में एक संदिग्ध को बंदी बनाया है और कहा कि उसने मद्योन्माद में यह कृत्य किया है। (पुलिस हमें यह क्यों नहीं बताती कि मद्य सेवन कर केवल हिंदू मंदिरों में ही तोडफ़ोड़ क्यों की जाती है ? यदि किसी को लगता है कि पुलिस घटना की गंभीरता को कम करने का प्रयत्न कर रही है तो इसमें अनुचित क्या है? – संपादक) सिंह ने कहा अपराधियों के विरुद्ध पुलिस अन्वेषण कर रही है तथा नवीन मूर्तियों की स्थापना करने का आश्वासन भी उन्होंने दिया। |
संपादकीय भूमिका
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