भाग्यनगर (तेलंगाना) में ईसाई परिवार ने हिन्दू परिवार के घर के सामने बनी रंगोली को पोंछ कर दीये को लात मारी !
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भाग्यनगर (तेलंगाना), २७ अक्टूबर (वार्ता) – यहां के आर.टी.सी. क्रॉस रास्ते पर स्थित अर्चना अपार्टमेंट में एक हिन्दू परिवार ने २५ अक्टूबर दीपावली के दिन घर के दरवाजे के बाहर रंगोली निकाली थी । उनके घर के सामने एक ईसाई परिवार रहता है । उन्होंने रंगोली का विरोध करते हुए उसे पोंछने को बताया । हिन्दू परिवार के विरोध करने पर ईसाई परिवार के लोगों ने रंगोली पोछी और वहां लगाए दीए को लात मारी । साथ ही ईसाई महिला ने हाथ में चप्पल लेकर मारने की धमकी भी दी । इस समय महिला की लडकी भी हिन्दुओं को गाली दे रही थी । इस घटना का वीडियो तुरंत सामाजिक माध्यमों पर प्रसारित होने के उपरांत हिन्दू संगठनों ने इस इमारत के बाहर रात में ८ से १२ तक आंदोलन किया। फलस्वरूप ईसाई परिवार पर अपराध प्रविष्ट किया गया। इस आंदोलन में हिन्दू जनजागृति समिति के तेलंगाना और आंध्रप्रदेश समन्वयक श्री. चेतन गाडी भी सहभागी हुए थे ।
ईसाई फैमिली ने हिन्दू परिवार द्वारा जलाये गए दियों को लात मारकर तोड़ दिया।
क्यो.. क्योकि वो दीवाली नही मनाते..
परिवार को चप्पल दिखाकर मारने की कोशिश भी की। भाग्यनगर (हैदराबाद) में हिंदू दमन जारी। pic.twitter.com/07vHqKNKeW
— Sudarshan News (@SudarshanNewsTV) October 26, 2022
१. हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं के आंदोलन करते समय पुलिस वहां पर पहुंची और उन्होंने ईसाई परिवार के विरोध में अपराध प्रविष्ट करने की बात कही । इस समय कार्यकर्ताओं द्वारा अपराध प्रविष्टि की प्रति दिखाने की मांग करने पर पुलिस ने मना कर दिया । इसके उपरांत उन पर दबाव बनाने पर पुलिस ३ कार्यकर्ताओं को थाने ले गई और उन्होंने अपराध की प्रति दिखाई । इस समय हिन्दुओं ने ईसाई परिवार पर धारा २९५ और २९५ अ लगाकर उन्हें बंदी बनाने की मांग की ।
२. इसके उपरांत दूसरे दिन हिन्दू कार्यकर्ता के पुलिस थाने में जाने पर पुलिस ने धारा २९५ और २९५ अ इसमें अंतर्भूत किए जाने के विषय में बताया । जी.ए. ख्रिस्तोफर (आयु ६८ वर्ष), रजीव अब्राहम (आयु ३६ वर्ष) और अजित (आयु ३४ वर्ष) पर अपराध प्रविष्ट किया गया है ।
संपादकीय भूमिकासर्वधर्मसमभाव का पालन केवल हिन्दुओं को करना है और अन्य धर्मियों को हिन्दुओं पर धर्म के आधार पर आक्रमण करते रहना, यह अब रुकना ही चाहिए । इसके लिए हिन्दुओं को संगठित होकर वैध मार्ग से विरोध करना चाहिए ! |