भारतीय मुद्रा पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस का छायाचित्र प्रकाशित करें !

अखिल भारत हिन्दू महासभा द्वारा मांग !

तृणमूल कांग्रेस तथा कांग्रेस ने की आलोचना

कोलकाता (बंगाल) – अखिल भारत हिन्दू महासभा ने भारतीय मुद्रा पर म.गांधी के स्थान पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस का छायाचित्र प्रकाशित करने की मांग की है । बंगाल के हिन्दू महासभा के कार्याध्यक्ष चंद्रचूड गोस्वामी ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी का योगदान म. गांधी जी की तुलना में अल्प नहीं था । नेताजी सुभाषचंद्र बोस का सम्मान करने का यह सर्वोत्तम मार्ग है ।

१. हिन्दू महासभा द्वारा की गई इस मांग पर बंगाल के भाजपा के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि ऐसी समस्याओं की ओर कोई विशेष समुदाय अथवा धर्म की दृष्टि से नहीं देखा जाना चाहिए ।

२. अखिल भारत हिन्दू महासभा की मांग पर तृणमूल कांग्रेस ने आलोचना करते हुए कहा कि इन सभी के पीछे भाजपा का हाथ है । भाजपा को चाहिए कि वह बंगाल में विघटनवादी राजनीति को रोके ।

३. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि देश की स्वतंत्रता प्राप्ति में गांधीजी का महत्त्वपूर्ण योगदान था । (नेताजी सुभाषचंद्र बोस का कितना योगदान था, चौधरी यह क्याें नहीं बताते ? भारत के विभाजन में एवं उसके उपरांत हुई १० लाख हिन्दुओं की हत्या के पीछे भी गांधी का ही महत्त्वपूर्ण योगदान था, जनता को भी ऐसा प्रतीत होता है ! -संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) राष्ट्रपिता की हत्या के पीछे किसका हाथ था, यह आप सभी को ज्ञात है । (गांधीजी की हत्या में स्वातंत्र्यवीर सावरकरजी का हाथ न होते हुए भी कांग्रेसवालों ने उन्हें इसमें व्यर्थ फंसाया तथा पश्चात न्यायालय द्वारा उनको मुक्त करने पर आज भी कांग्रेसवाले उन्हें इस प्रकरण में अपराधी निश्चित करते हैं, क्या कांग्रेसवाले इसका प्रत्युत्तर देंगे ?- संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)

आज प्रतिदिन गांधीजी के आदर्शाें की हत्या हो रही है । (गांधीजी के आदर्शाें की हत्या कांग्रेस ही अधिक कर रही है, यह प्रत्येक भारतीय देख रहा है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)

अखिल भारत हिन्दू महासभा पंचायत चुनाव लडेगी

चंद्रचुड गोस्वामी ने कहा कि अखिल भारतीय हिन्दू महासभा ने बंगाल में होनेवाली पंचायत चुनाव लडने का निर्णय लिया है । उन्होंने कहा कि राज्य में हिन्दुओं पर प्रतिदिन आक्रमण हो रहे हैं । सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस तथा भाजपा भी उनकी सुरक्षा नहीं कर सकती । उनके अधिकार के लिए हम लडेंगे । ‘भाजपा ने बंगाल के विभाजन की मांग भी की है, हमारा इसको समर्थन नहीं है’, उन्होंने ऐसा भी स्पष्ट किया ।

संपादकीय भूमिका 

वास्तव में ऐसी मांग करने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए ! सरकार को स्वयं आगे आकर इस विषय में कृति करना आवश्यक है !