तमिल कार्यकर्ताओं को बंदी बनाए जाने के विरोध में तमिल हिन्दुओं का श्रीलंका में प्रदर्शन
श्रीलंका में हिन्दू मंदिर की भूमि पर बौद्ध विहार का अवैध निर्माण का प्रकरण !
जाफना (श्रीलंका) – यहां के एक प्राचीन हिन्दू मंदिर की भूमि पर बौद्ध विहार का अवैध निर्माण काम करने के विरोध में आंदोलन करने वाले २ प्रमुख तमिल कार्यकर्ताओं को श्रीलंका सरकार ने बंदी बनाया है । इस बंदी के विरोध में तमिल हिन्दुओं ने मुल्लेतिवू और जाफना में प्रदर्शन किए । श्रीलंका के उत्तर प्रांतीय परिषद के पूर्व सदस्य टी. रविकरन और सामाजिक कार्यकर्ता आर.मयूरन् को कानून का उल्लंघन करने के आरोप में पुलिस ने बंदी बनाया था ।
“One law for Tamils – another law for Sinhalese”
Scores of #Tamils protest #SriLanka state sponsored construction of a #Buddhist temple at the centuries old #Hindu Kovil site in #Kurunthurmalai violating a court order.
Hours later police arrested two leaders of the protest ⏬ https://t.co/8BBdZPpibl pic.twitter.com/o2H6G9in9L
— LankaFiles (@lankafiles) September 21, 2022
कुरून्थुमलाई में बौद्ध विहार के अवैध निर्माण कार्य के विरोध में स्थानीय हिन्दुओं ने आंदोलन छेडा था । श्रीलंका न्यायालय के नए निर्माण कार्य न करने के आदेश को न मानते हुए श्रीलंका के अधिकारियों ने कुरुन्थुमलाई पर्वत पर प्राचीन हिन्दू मंदिर की भूमि पर बौद्ध विहार का अवैध निर्माण कार्य चालू ही रखा है । जाफना में विद्यापीठ के विद्यार्थी रविकरण और आर.मयुरन् के समर्थन में मोर्चा निकाला और सिंहली बौद्धों का अतिक्रमण रोकने की मांग की ।
संपादकीय भूमिकाश्रीलंका में हिन्दू के मंदिर असुरक्षित ! |