गोपालन को प्रोत्साहित करना एक राष्ट्रकार्य ही है !
३३ करोड देवी-देवताओं का जिसमें वास है (देवताओं के तत्त्व आकर्षित करनेवाली), ऐसी गोमाता हिन्दुओं के लिए पूजनीय है । प्रतिदिन गोग्रास देना, मंगलसमय पर गोपूजन, गोदान करने के लिए गोपालन करने का भी प्रयास करें ! अपनी क्षमतानुसार घर में सवत्स गोपालन करें !
गोमांससेवन महापाप है !
- विदेशी कंपनियों द्वारा तैयार किए गए ‘पिज्जा’, ‘बर्गर’ इत्यादि पदार्थाें में गोमांस की पतली सतह रहती है; अतः विदेशी कंपनियों के सभी खाद्यपदार्थाें का बहिष्कार करें !
- मिष्टान्न पर चांदी के वरक के स्थान पर गोवंश की अंतडियों से बनाई गई वरक का उपयोग किया जाता है । इसलिए वरक जिसपर है, वह मिठाई न खरीदें !
गोसंवर्धन के लिए यह करें !
- दैनंदिन आहार में भारतीय वंश की गायों का ही दूध, दही, घी इत्यादि का सेवन करें !
- पंचगव्ययुक्त दंतमंजन, साबुन, उबटन, धूप आदि उत्पादों का नित्य उपयोग करें !
- गोशाला की निर्मिति के लिए भूमि, वस्तु, धन, गोधन, घास आदि अर्पण करें !