संपूर्ण सृष्टि के कर्ता-करावनहार भगवान का ही अस्तित्व नकारनेवाले बुद्धिप्रमाणवादी !
सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार
‘कर्ता द्वारा बनाई गई वस्तु कभी भी कर्ता से श्रेष्ठ नहीं हो सकती, उदा. बढई द्वारा बनाई गई कुर्सी कभी भी बढई से श्रेष्ठ नहीं हो सकती । ऐसा होते हुए भी भगवान ही द्वारा निर्मित कुछ मनुष्य संपूर्ण सृष्टि के कर्ता-करावनहार भगवान के ही अस्तित्व को नकार कर उन्हें तुच्छ घोषित करने का प्रयास करते हैं !’
– सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले