विज्ञान की तुलना में अध्यात्म की अद्वितीयता !
सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार
‘विज्ञान की भांति बुद्धिगम्य शिक्षा यह सिखाती है कि ‘जीवन सुखमय कैसे जिएं; जबकि अध्यात्म हमें यह सिखाता है कि ‘जीवन आनंद से कैसे जिएं और जन्म मृत्यु के फेरों से भी कैसे मुक्त हों !’
– सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले