१२ राज्यों में एन.आई.ए. और पी.एफ.आई. के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी, १०६ जन बंदी !
राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमा सालेम समेत कई पदाधिकारी बंदी बनाए गए !
नई देहली – राष्ट्रीय जांच संस्था (एन.आई.ए.) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देश भर के १२ राज्यों में ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पी.एफ.आई.) के ठिकानों पर छापेमारी की और १०६ लोगों को बंदी बनाया है। ये छापेमारी दिल्ली, बिहार, बंगाल, असम, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु आदि राज्यों में की गई। इसमें केरल में पी.एफ.आई. अध्यक्ष ओमा सालेम के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई। सालेम के साथ पी.एफ.आई. केरल के राज्य प्रमुख महमंद बशीर, राष्ट्रीय सचिव वी.पी. नजरुद्दीन और राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य पी. कोया को बंदी बनाया गया है। राज्य और जिला स्तर पर पी.एफ.आई. नेताओं के कार्यालयों सहित घर-घर जाकर जांच की जा रही है। महाराष्ट्र में २० स्थानों में छापेमारी की गई। मध्य प्रदेश के इंदौर में पी.एफ.आई. के कार्यालयों में छापेमारी की गई, जबकि उज्जैन से ४ लोगों को बंदी बनाया गया। सूत्रों के अनुसार ये छापेमारी जिहादी आतंकवाद को वित्तपोषित करने के संदर्भ में की गई है ।
देशभर में PFI पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई, PFI के 106 नेता गिरफ्तार#PFI #TerrorFunding #NIA @Payodhi_Shashi @capt_ivane @pooja_news pic.twitter.com/MywpY4BPXA
— Zee News (@ZeeNews) September 22, 2022
१. एन.आई.ए. की यह अब तक की सबसे बडी कार्रवाई है, जिसके अंतर्गत अनेक पी.एफ.आई. ठिकानों पर छापेमारी की जा चुकी है । जांच संस्थाएं आतंकवाद को वित्तपोषित करने, प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने और प्रतिबंधित संगठनों में सहभागी होने व लोगों को कट्टरपंथी बनाने में सहयोगी व्यक्तियों के घरों और कार्यालयों पर छापेमारी कर रही हैं।
२. भाग्यनगर और तेलंगाना में चंद्रयानगुट्टा के साथ-साथ तमिलनाडु में पी.एफ.आई. कार्यालयों को सील कर दिया गया है । तमिलनाडु में इस कार्रवाई के विरुद्ध पी.एफ.आई. कार्यकर्ताओं ने धरना प्रारंभ कर दिया है ।
किस राज्य में कितने स्थानों पर छापेमारी की गई ?
उत्तर प्रदेश – ८
बिहार – २
असम – ५
देहली – ३
राजस्थान – २
मध्य प्रदेश -४
महाराष्ट्र – २०
कर्नाटक – २०
आंध्र प्रदेश – २०
पुडुचेरी – ३
तमिलनाडु – १०
केरल – २२
संपादकीय भूमिकाकेंद्रीय जांच संस्थाऒ ने देर से ही सही किन्तु जिहादी संगठन पी.एफ.आई. के विरुद्ध कार्रवाई का प्रारंभ किया है जो स्वागतार्ह है। अब केंद्र सरकार को इससे भी आगे बढ़कर इस संगठन पर प्रतिबंध लगाना चाहिए और इसे समूल नष्ट करना चाहिए, देशभक्त जनता यही सोचती है ! |