यति नरसिंहानंद और जितेंद्र त्यागी (पूर्व के वसीम रिजवी) को बंदी बनाए जाने की मांग सर्वोच्च न्यायालय ने नकार दी
त्यागी की ‘मोहम्मद’ पुस्तक पर बंदी की मांग को भी नकार दिया !
नई दिल्ली – उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद स्थित डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद, उसी प्रकार शिया सेंट्रल वफ्क बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र त्यागी (पूर्व के वसीम रिजवी) को बंदी बनाए जाने की मांग करने वाली याचिका सर्वोच्च न्यायालय ने नकार दी । ‘भारतीय मुस्लिम शिया इस्ना आशारी जमात’ की ओर से यह याचिका प्रविष्ट की गई थी, जिसमें त्यागी द्वारा लिखित ‘मोहम्मद’ पुस्तक पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की गई थी । लेकिन मुख्य न्यायाधीश उदय लळीत और न्यायमूर्ति एस.आर. भट की खंडपीठ ने संविधान की धारा ३२ के अनुसार यह याचिका नकार दी । इसके पूर्व सर्वोच्च न्यायालय ने त्यागी के कुरान में लिखी २६ आयते (वाक्य) हटाने की मांग को नकारते हुए इन्हे ५० सहस्र रुपए का दंड लगाया था ।
Supreme Court refused to entertain a plea by Isna Ashari Jamaat seeking the arrest of Jitendra Tyagi formerly Wasim Rizvi and Yati Narsinghanand.
The petitioner also sought that the book #Muhammad authored by Tyagi to be banned. The petitioner withdrew the plea. pic.twitter.com/fkqHVwkfFA
— Organiser Weekly (@eOrganiser) September 2, 2022