दोषियों पर कठोर कार्रवाई कर नई मुंबई के सभी चर्च के अंतर्गत आनेवाले छात्रावासों की जांच की जाए !
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नवी मुंबई – सीवुड्स, नई मुंबई के ‘बेथेल गॉस्पेल चॅरिटेबल ट्रस्ट’के चर्च में छात्रावास की अल्पवयीन लडकियों पर लैंगिक अत्याचार किया गया था । ‘इस प्रकरण की सखोल जांच कर उसमें सम्मिलित सभी दोषियों पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए, इसके साथ ही नई मुंबई के सभी चर्च के अंतर्गत आनेवाले छात्रावासों की जांच हो’, इन मांगों के लिए हिन्दू जनजागृति समिति सहित हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के शिष्टमंडल ने नई मुंबई के पुलिस आयुक्त बिपीनकुमार सिंह को निवेदन दिया ।
इस पर पुलिस आयुक्त बोले, ‘‘इस प्रकरण में अपराधियों की सहायता करनेवालों के विषय में जानकारी हमें देने पर हम अवश्य उसपर कार्यवाही करेंगे । ऐसे प्रकरण पुन: न हों, इस दृष्टि से जांच के लिए अलग पथक हमने नियुक्त किया है और उसे भी आवश्यक निर्देश दिए हैं ।’’, यह निवेदन देते समय अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंग दल के कोकण प्रांत के जिला सहमंत्री श्री. दीपकराज ठाकुर, खारघर प्रखंड विभाग के श्री. सुधीर मलिक, धर्मप्रचारक श्री. राजेश चौहान, ‘एक मुठ्ठी अनाज’ योजना के उपाध्यक्ष श्री. विपिन सोलंकी, राष्ट्रीय महिला विधानसभा (पनवेल) की उपाध्यक्षा हर्षदा कुलकर्णी, भाजप युवा मोर्चा के महामंत्री श्री. गुलाबकुमार नाविक, धर्मप्रेमी श्री. अवदेश चौहान, हिन्दू जनजागृति समिति की डॉ. ममता देसाई, श्री. वसंत सणस एवं श्री. रमेश सनिल उपस्थित थे ।
वासनांध छात्रावासचालक को बनाया बंदी !
लैंगिक अत्याचारप्रकरण में ठाणे जिला महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों द्वारा की गई शिकायत के अनुसार वसतीगृह चलानेवाला राजकुमार येशुदासन के विरोध में अपराध प्रविष्ट कर उसे बंदी बनाया गया है । इस विषय में आगे अन्वेषण शुरू है । ‘ईश आराधना’ एवं सेवाभावी कार्य के नाम पर ईसाई संस्थाओं में हो रही वासनांधता मानवता को कालिख पोतनेवाली है । इस घटना के विषय में समाज में तीव्र रोष फैल गया है । इसलिए सभी दोषियों पर कठोर कार्यवाही करने की मांग हो रही है ।
संपादकीय भूमिका
हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को ऐसी मांग क्यों करनी पडती है ? पुलिस स्वयं ही आरोपियों पर कार्रवाई क्यों नहीं करती ? |