कर्नाटक में भाजपा सरकार के विज्ञापनों में नेहरू के स्थान पर स्वतंत्रता सेनानी विनायक सावरकर की छवि !

कांग्रेस की ओर से आलोचना !

बेंगलुरू (कर्नाटक) – कर्नाटक में भाजपा सरकार ने केंद्र सरकार के ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के अंतर्गत समाचार पत्रों में एक विज्ञापन प्रकाशित किया है । इसमें भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के स्थान पर स्वतंत्रता सेनानी सावरकरजी की छवि प्रकाशित की गई है । कांग्रेस ने इसका विरोध किया है ।

१. भाजपा के प्रदेश महासचिव एन. रविकुमार ने इस संबंध में कहा कि नेहरू ने कभी महात्मा गांधी का कहना नहीं माना । वे देश के विभाजन के लिए उत्तरदायी थे, इसलिए हम विज्ञापन में उनकी छवि प्रकाशित नहीं करेंगे ।

२. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस गांधी, नेहरू, पटेल और अन्य नेताओं की विरासत को आगे बढ़ाकर देश को एकजुट करने का प्रयास करेगी । द्वेष की राजनीति पराजित होगी ।

बीजेपी की ओर से प्रकाशित किए गए वीडियो में इसका उल्लेख किया गया है कि देश के विभाजन के लिए नेहरू ही उत्तरदायी हैं !

केंद्र सरकार ने गत वर्ष से १४ अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की थी । उसके अंतर्गत राज्य में भाजपा ने एक वीडियो प्रसारित किया है । ७ मिनट के इस वीडियो में ‘विभाजन के समय पाकिस्तान के निर्माण के पीछे नेहरू का हाथ था, क्योंकि पाकिस्तान के निर्माण के लिए मुहम्मद अली जिन्ना की ‘मुस्लिम लीग’ पार्टी की मांग के आगे नेहरू ने आत्मसमर्पण कर दिया था ।

संपादकीय भूमिका

भाजपा सरकार ने क्या अयोग्य किया ? कांग्रेसी इस वास्तविकता की बात क्यों नहीं करते कि स्वतंत्रता सेनानी सावरकर को कांग्रेस ने द्वेष के कारण अंधकार में डाल दिया था ? अब सावरकर को यदि कोई न्याय दे रहा है, तो राष्ट्राभिमानी देशभक्तों के लिए यह अभिमानास्पद ही है !