भारत का ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ प्रतिबंध का पूरे विश्व में स्वागत !
(‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ अर्थात एक बार उपयोग होनेवाली प्लास्टिक)
नई देहली – भारत में १ जुलाई से ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ उपयोग करने पर लगाया गया प्रतिबंध को पूरे विश्व में स्वागत किया गया । कई देशों ने इस साहसिक कार्य के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रसंशा की है । देश में ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ की १९ वस्तूओं पर प्रतिबंध लगाया गया । इनमें थर्माकोल से बनी प्लेट, कप, गिलास, कटलरी (कांटे, चम्मच, चाकू), स्ट्रॉ, ट्रे, रॅपिंग फिल्म, निमंत्रण पत्रिका, सिगरेट पैकेट की फिल्म, प्लास्टिक के ध्वज, गुब्बारे की छडें एवं आइसक्रीम पर लगने वाली स्टिक आदि शामिल है ।
१. भारत में डेनमार्क के राजदूत फ्रेडी स्वेने ने कहा, मैं समझता हूं कि यह बहुत बडा विचार है । भारत द्वारा यह प्लास्टिक पर प्रतिबंध इस पृथ्वी को बडा उपहार है । भारत इस दिशा में बडा योगदान दे रहा है । इसलिए मैं भारत को अभिनंदन करता हूं ।
Norway hails India's single-use plastic ban; lauds PM Modi for taking "important step" https://t.co/5cMeDfPpaw
— Republic (@republic) July 1, 2022
२. नॉर्वे के प्रभारी राजदूत मार्टिन बॉटहेम बोले, ‘मैं भारत एवं प्रधान मंत्री मोदी को इस महत्वपूर्ण निर्णय के लिए अभिनंदन करता हूं । इस निर्णय से पृथ्वी को हानी पहूंचाने वाला प्लास्टिक का प्रमाण अल्प होगा । समुद्र से प्लास्टिक को एकत्र कर पुनर उपयोग करना पडता है । यह हवा में फैलता है एवं हमारी स्वासों में घुलता है ।
३. नॉर्वे में भारत के राजदूत ने कहा, यह एक वैश्विक समस्या है । भारत को अपने प्रयास में सफल होना चाहिए । प्लास्टिक की बोतलों समेत कुछ वस्तुएं ऐसी भी हैं जो भारत की प्रतिबंध सूची में नही हैं ।
४. एक अनुमान के अनुसार भारत में प्रतिदिन १.५ लाख टन कचरा निर्माण होता है । इसमें से ९ सहस्र ५८९ टन प्लास्टिक कचरा होता है । केवळ ३० प्रतिशत प्लास्टिक ऐसा होता है, जिसका पुन: उपयोग के लिए उस पर प्रक्रिया किया जा सकता है ।
५. विश्व के ८० देशों में ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ पर प्रतिबंध है । युरोप में प्लास्टिक बैग के उपयोग पर अलग से कर लगा दिया गया है या उसका शुल्क लेते है ।