हलाल मांस का सेवन करने से हिन्दुओं की धर्मनिष्ठा और राष्ट्रभक्ति न्यून होगी ! – पू. डॉ. युधिष्ठिरलाल महाराजजी, शदाणी दरबार
रायपूर (छत्तीसगढ) में ‘हलाल प्रमाणपत्र – एक षड्यंत्र’ विषय पर विचारगोष्ठी का आयोजन
रायपुर (छत्तीसगढ) – ‘‘हलाल मांस सेवन करने से हिन्दुओं की धर्मनिष्ठा और राष्ट्रभक्ति न्यून होते जाना, यह बहुत ही गंभीर समस्या है । हिन्दू जनजागृति समिति के जनजागृति अभियान से इस विषय की गंभीरता मेरे ध्यान में आई । इस विषय की संपूर्ण जानकारी निचले स्तर के हिन्दुओं तक पहुंचाने की अत्यंत आवश्यकता है । समिति के इस कार्य में शदाणी दरबार का सदैव सहयोग रहेगा’’, ऐसा प्रतिपादन यहां के ‘शदाणी दरबार’ के पू. डॉ. युधिष्ठिरलाल महाराजजी ने किया । हिन्दू जनजागृति समिति, अखिल भारतीय हिन्दू स्वाभिमान सेना और शदाणी सेवा मंडल, रायपुर के संयुक्त आयोजन में यहां के शदाणी दरबार तीर्थ में ‘हलाल प्रमाणपत्र – एक षड्यंत्र’ विषय पर एक विचारगोष्ठी का आयोजन किया गया था । इस कार्यक्रम में सनातन के धर्मप्रचारक पू. अशोक पात्रीकरजी की वंदनीय उपस्थिति रही ।
सहभागी हिन्दुत्वनिष्ठ एवं मान्यवर
‘सुदर्शन न्यूज’ समाचार वाहिनी के ‘ब्यूरो चीफ’ (केंद्रप्रमुख) श्री. योगेश मिश्रा, अखिल भारतीय हिन्दू स्वाभिमान सेना के संस्थापक तथा सनदी लेखापाल श्री. अमित चिमनानी, ‘मिशन सनातन’ के संस्थापक श्री. मदन उपाध्याय, विश्व हिन्दू परिषद के धर्माचार्य संपर्क प्रमुख श्री. बी.के. ठाकुर सिंह महाराज, हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. बी.के. वाधवानी, समाजसेवी श्री. योगेश सैनी, हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. घनश्याम चौधरी, हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. सच्चिदानंद उपासने, हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ राज्य संगठक श्री. सुनील घनवट सहित विभिन्न सामाजिक एवं हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के अनेक पदाधिकारी, धर्मप्रेमी और मान्यवर उपस्थित थे । (विस्तृत समाचार sanatanprabhat.org/hindi/ इस लिंक पर पढें ।)
हिन्दुओं को संख्याबल की अपेक्षा आध्यात्मिक बल बढाना आवश्यक ! – पू. अशोक पात्रीकरजी, धर्मप्रचारक, सनातन संस्थाहिन्दुओं में विद्यमान धर्माभिमान विलुप्त होने के कारण आज हिन्दुओं के सामने धर्मांतरण, लव जिहाद, हलाल प्रमाणपत्र व्यवस्था जैसे अनेक संकट विकराल रूप धारण कर खडे हैं । आज केवल हिन्दू युवतियां ही नहीं, अपितु हिन्दू युवक भी ‘लव जिहाद’ की बलि चढ रहे हैं । इन समस्याओं का सामना करने के लिए केवल शारीरिक, बौद्धिक, मानसिक, साथ ही संख्याबल पर्याप्त नहीं है; अपितु साधना कर स्वयं में आध्यात्मिक बल बढाना आवश्यक है और इसी आध्यात्मिक बल के आधार पर ही आनेवाले समय में आदर्श हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होगी । |
क्षणिका
इस अवसर पर पत्रकारिता के क्षेत्र में धर्मनिष्ठ और तत्त्वनिष्ठ पद्धति से कार्यरत रहकर हिन्दू धर्म एवं हिन्दू समाज हेतु उल्लेखनीय योगदान देनेवाले ‘सुदर्शन न्यूज’ समाचार वाहिनी के छत्तीसगढ राज्य ‘ब्यूरो चीफ’ श्री. योगेश मिश्र को पू. अशोक पात्रीकरजी के हस्तों और हिन्दू-संगठन के कार्य में विशेष योगदान देने के लिए लेखापाल श्री. अमित चिमनानी को पू. डॉ. युधिष्ठिरलाल महाराजजी के करकमलों से सम्मानित किया गया ।