फोंडा में संपन्न शोभायात्रा के समय प्राप्त अनुभव !
‘शोभायात्रा जब फोंडा शहर से जा रही थी, तब मजदूरी पर काम करनेवाले एक श्रमिक ने फेरी को भावपूर्ण नमस्कार किया । वह देखकर मेरी भावजागृति हुई, अन्य एक श्रमिक अपना काम छोडकर फेरी में सम्मिलित हुआ । एक महिला ने गुरुदेवजी की पालकी में कुछ धनराशि अर्पण की । इससे ‘भगवान को भाव प्रिय है’, इसकी प्रतीति हुई । ’– श्री. चेतन राजहंस (आध्यात्मिक स्तर ६६ प्रतिशत), राष्ट्रीय प्रवक्ता, सनातन संस्था.
पुणे की शोभायात्रा में धर्मप्रेमी नागरिकों का विशेष सहभाग
- शोभायात्रा के मार्ग पर ‘शाहू लक्ष्मी कला क्रीडा एकेडमी’ के छात्रों ने साहसिक खेल प्रस्तुत किए ।
- सोरतापवाडी के श्री. चोरघे ‘चिंतामणि प्रासादिक फेरी’ के २७ वारकरियों का दल लेकर शोभायात्रा में सम्मिलित हुआ ।
कर्नाटक राज्य में प्राप्त विशेष अभिमत
१. पुत्तुर (कर्नाटक) की हिन्दू एकता शोभायात्रा में सुरक्षा के लिए उपस्थित पुलिसकर्मियों ने साधकों से कहा, ‘‘आप और अधिक लोगों को जोड सकते हैं । हम आपकी सहायता करेंगे ।’’
२. ‘सनातन संस्था हिन्दू धर्म और राष्ट्र की निःस्वार्थभाव से सेवा कर रही है । सनातन के कार्य के लिए प्रत्येक घर से सहयोग मिलना आवश्यक है ।’ – विधायक दिनकर के. शेट्टी, कुमटा-होन्नावर विधानसभा चुनावक्षेत्र, कर्नाटक.