कर्नाटक उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश के पोडियम के पास दो महिलाओं ने पढी नमाज


बेंगलूरु (कर्नाटक) – यहां के कर्नाटक उच्च न्यायालय में जिस स्थान पर न्यायाधीश बैठते हैं ,उस स्थान पर दो महिलाओं द्वारा नमाज पढने का वीडियो ‘संवाद’ यू ट्यूब चैनल पर प्रसारित किया गया है । ‘कर्नाटक उच्च न्यायालय में नमाज’ ऐसा शीर्षक दिया गया है । बिना अनुमति न्यायालय में वीडियो बनाने के कारण ‘संवाद’ यू ट्यूब चैनल के विरोध में गुनाह प्रविष्ट किया गया है । ‘इस प्रकार का वीडियो बनाकर उसे प्रसारित कर दो धर्मां में घृणा फैलाने का प्रयास है’, ऐसा आरोप में कहा गया है । अब इस वीडियो को यू ट्यूब से हटाया गया है । अधिवक्ता आर. पुट्टरैय्या ने न्यायाधीश के पोडियम के पास नमाज पढने के लिए २ महिलाओं के विरोध में न्यायालय रजिस्ट्रार के पास शिकायत प्रविष्ट की है । (मूल रूप से ऐसी मांग क्यों करनी पडती है ? न्यायालय प्रशासन को क्या यह गलत नहीं लगता ? या उन्होंने इसके लिए अनुमति दी है ? – संपादक)

संपादकीय भूमिका

  • नमाज पठन का वीडियो प्रसारित करनेवाले यू ट्यूब चैनल पर गुनाह प्रविष्ट !
  • महिलाओं को मस्जिदों में नमाज पढने की अनुमति नहीं दी जाती है । ऐसा होते हुए वे न्यायालय में बिना अनुमति नमाज पढ सकती हैं क्या ?