कन्याकुमारी में विद्यालय के बच्चों का धर्मपरिवर्तन करने का प्रयास करने वाला ईसाई शिक्षक निलंबित

सरकार की ओर से जांच का आदेश

द्रमुक के राज्य में यह क्या चल रहा है ? सरकार के हिन्दू विरोधी और ईसाई तुष्टिकरण नीति अपनाने के कारण धर्मांध ईसाइयों की दुष्टता बढी है । यह रोकने के लिए तमिलनाडु में परिणामकारक हिन्दूसंगठन आवश्यक हैं ! – संपादक

कन्याकुमारी (तमिलनाडु) – यहां के कन्नटू विलाई इस सरकार उच्च माध्यमिक विद्यालय में हिन्दुओं के देवताओं का अपमान करने और धर्मपरिवर्तन का प्रयास करने पर ६ ठवीं कक्षा में पढनेवाले बच्चों के अभिवावकों ने शिक्षक के विरोध में प्रधानाध्यापक को शिकायत की है । इस घटना की जांच करने का आदेश विद्यालय शिक्षा विभाग ने दिया है । ‘इस जांच की रिपोर्ट जल्द ही प्राप्त होगी; लेकिन तब तक शिक्षक को निलंबित किया गया है’, ऐसा तमिलनाडु के विद्यालय शिक्षामंत्री अनबिल महेश ने कहा है । विद्यार्थियों के पिता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य हैं ।

१. ‘इस विद्यालय के शिक्षक बीट्राइस थंगम, ये बच्चों को सिलाई सिखाने का काम करते हैं । वे कक्षा में नियमित ईसाई धर्म की महिमा बताते रहते हैं और हिन्दुओं के देवताओं के विषय में आपत्तिजनक टिप्पणी करते रहते हैं’, ऐसा विद्यार्थियों ने उसके मॉं -पिता को बताया था । इसके बाद अभिभावको ने एक हिन्दू संगठन के सदस्यों के साथ विद्यालय के प्रधानाध्यापक को यह घटना बताई ।

२. विद्यालय में कोई अनुचित घटना न हो, इसके लिए पुलिस को बुलाया था । इस मामले में पुलिस में शिकायत की गई है ।

३. विद्यार्थियों के अभिभावकों का कहना है कि, हमें पुलिस में शिकायत नहीं करनी है; लेकिन विद्यालय शिक्षा विभाग को शिक्षक पर आवश्यक कार्यवाही करनी चाहिए ।