(कहते हैं) ‘आक्रमणकर्ता मुर्तजा मनोरोगी !’
श्री गोरखनाथ मन्दिर के आक्रमण का प्रकरण !
समाजवादी पक्ष के अध्यक्ष अखिलेश यादव का अफलातून शोध !
समाजवादी पक्ष, यह जिहादी आक्रमणकारीयों का पक्ष लेनेवाला दल है ; ये समय- समय पर स्पष्ट हुआ है । इसी पक्ष के सत्ताकाल में कारसेवकों को गोलीयों से मारकर उनकी मृतदेहों को बडे-बडे पत्थर बांधकर शरयू नदी में फेंका गया था । अब उत्तर प्रदेश सरकार ने जिहादीयों का पक्ष लेनेवाले ऐसे दलों पर भी कारवाई करने का विधान बनवाना चाहिए ! – संपादक |
लक्ष्मणपुरी (लखनऊ, उत्तर प्रदेश) – उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के श्री गोरखनाथ मन्दिर पर आक्रमण करने का प्रयत्न करने के प्रकरण में बन्दी बनाए जिहादी अहमद मुर्तजा अब्बासी का बचाव समाजवादी पक्ष की ओर से किया गया है । समाजवादी पक्ष ने मुर्तजा को ‘मनोरोगी’ ठहराया है ।
Gorakhnath Temple Attack: Is Murtaza Really Mentally Unstable?
This Is What His In-laws Have To Say.#TNDIGITALVIDEOS #GorakhnathTerrorPlot pic.twitter.com/7malQrwWKR— TIMES NOW (@TimesNow) April 6, 2022
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पक्ष के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि, “मुर्तजा के पिता ने बताया है की, वह मनोरोगी हैं । इसलिए, ऐसे मानसिक रुग्ण के स्वास्थ्य की ओर ध्यान देना आवश्यक है, परन्तु भाजपा यह प्रकरण अनावश्यक बढा रही है ।” (मुर्तजा द्वारा दो पुलिस कर्मचारीयों पर प्राणघातक आक्रमण हुआ था, इस सन्दर्भ में अखिलेश यादव क्यों नहीं बोलते हैं ? – संपादक)
क्या है वस्तुस्थिति ?
पुलिस द्वारा अब तक किए जांच में, मुर्तजा के जिहादी आतंकवादी संघटनाओं से सम्बन्ध थे, ऐसा स्पष्ट हुआ है । वह बहुत ही होशियार है और आतंकवादी आक्रमण के प्रयत्न में था । सरकार द्वारा अधिहृत किए उसके भ्रमण संगणक (लैप्टॉप) और भ्रमण भाष (मोबाइल) संच में मिले विडीओ में जिहादी आतंकवादियों का आदर्श झाकीर नाईक के भी विडिओ थे । वह ‘लोन वुल्फ अटैंक’ (एक व्यक्ति द्वारा किया जानेवाला आक्रमण) के विडिओ देखता था । पुलिस को उसके पास एक ‘ऐयर गन’ भी मिली है, जिसके द्वारा वह घर में ही निशानेबाजी का अभ्यास करता था ।
मुर्तजा को किसी भी प्रकार का मानसिक कष्ट नहीं ! – मुर्तजा के प्रथम पत्नी का स्पष्टिकरणप्रथम पत्नी को किए मारपीट के कारण उसका सम्बन्ध विच्छेद भी हुआ है । उसकी प्रथम पत्नी सलमा ने भी स्पष्ट किया कि, उसे किसी भी प्रकार का मानसिक कष्ट नहीं है । |