‘डेल्टा एअरलाइन्स’, इस जागतिक हवाई जहाज कम्पनी ने किया मत प्रदर्शन !
हवाई यात्रा १० प्रतिशत महंगा होने की आशंका !
अटलांटा (अमरिका) – जागतिक विमान आस्थापन ‘डेल्टा एअरलाइन्स को आशंका है कि, रूस और युक्रेन में चल रहे युद्ध के कारण बढ रहीं तेल कि मूल्यों से विमान यात्रा १० प्रतिशत महंगी हो सकती हैं । युद्ध के कारण गत १४ वर्षो में तेल का मूल्य सर्वाधिक है, ऐसा वृत्त है । एमिरेट्स, जपान एअरलाइन्स एवं एअर एशिया इन बढे विमान आस्थापनों ने सर्वप्रथम अधिभार लगाकर यात्रा का मूल्य बढाया है । ‘डेल्टा एअरलाइन्स’ आस्थापन के प्रमुख एड बॅस्टेन ने कहा हैं कि, “हमारे आस्थापन के आन्तरराष्ट्रीय यात्रा करनेवाले हवाई जहाजों का भाडा भी १० प्रतिशत से अधिक होगा ।” युरोप के सबसे बढा विमान आस्थापन, ‘यान एअर’ ने भी यात्रा का मूल्य बढने का संकेत किया है ।
Airline giant Delta warns oil increases mean higher ticket prices https://t.co/fKG6Fbr8C8
— BBC News (World) (@BBCWorld) March 18, 2022
कोरोना महामारी के पूर्व वर्ष २०१९ में, ‘डेल्टा एअरलाइन्स’ से यात्रा करनेवालों की संख्या २० करोड से अधिक थी । यात्रियों की संख्या से यह आस्थापन विश्व का दुसरे क्रमांक का सबसे बडा विमान आस्थापन है ।
भारत पर क्या प्रभाव पडेगा ?भारत के तेल आस्थापनों ने १६ फरवरी को ‘एविएशन टर्बाइन फ्युएल’ (ए.टी.एफ.), इन विमानों के लिए उपयोग में लाए जानेवाले तेल का मूल्य सिधे १८ प्रतिशत बढाने से भारत में भी हवाई यात्रा महंगी होने का संकेत है । इस तेल के मूल्य में गत ढाई माह में ६ बार मूल्य वर्धन होकर, कुल मूल्य ५० प्रतिशत से बढ गया है । गत चार माह में चुनावी वातावरण से पेट्रोल और डिजल की कीमतों में वृद्धि हुई नहीं है । इसलिए, ए. टी. एफ. तेल कि कीमतों में प्रचन्ड वृद्धि हुई है । ‘इन्डिगो एअरलाइन्स’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रणजय दत्त के मतानुसार, ‘गत ७ वर्षों में तेल का मूल्य सर्वाधिक होकर वह १४० डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच चुका है । उस कारण, ए.टी.एफ. तेल के मूल्य में प्रचंड वृद्धि हुई है । हवाई यात्रा के देखभाल में, इस तेल के मूल्य का ४५ प्रतिशत प्रभाव पडने से हवाई यात्रा महंगी होंगी । |