‘केंद्र सरकार ने अर्थसंकल्प में विस्थापित कश्मीरी लोगों के लिए कुछ भी नहीं किया !’ – लोक सभा में सुप्रिया सुळे की आलोचना !
केंद्र सरकार ने कश्मीरी हिन्दू हेतु कुछ भी नहीं किया, ऐसा बोलनेवाली राष्ट्रवादी कांग्रेस की सुप्रिया सुळे इतना तो बताएं, कि इतने वर्षाें में उनकी पार्टी ने कश्मीरी हिन्दू हेतु आवाज क्यों नहीं उठाई ?’ – संपादक
नई देहली – यदि आपको कश्मीरी पंडितों के लिए दुख होता है, तो उनके पुनर्वसन हेतु अर्थसंकल्प में अंतर्भूत करें, उनके लिए अलग से व्यवस्था करें । केंद्र सरकार ने विस्थापित कश्मीरियों के पुनर्वसन हेतु अर्थसंकल्प में कभी भी कुछ नहीं किया, पिछले ६० वर्षों से उनके साथ कितना अन्याय हो रहा है, यह दोहराना आवश्यक नहीं ! आपको भी सत्ता में आए ७ वर्ष हो गए हैं । जो हुआ उसे छोडकर आप क्यों नहीं उनकी सहायता करते? यदि कोई कुपोषित बच्चा है, तो ७ वर्षों में उसकी मां उसे अच्छा खिलापिलाकर स्वस्थ बनाएगी, कुपोषण से उसे बाहर निकालेगी । ‘मेरा बच्चा कुपोषित है’, ऐसा ढिंढोरा नहीं पीटेगी । राष्ट्रवादी कांग्रेस की सांसद सुप्रिया सुळे ने जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में अर्थसंकल्पीय चर्चा के दौरान ऐसी आलोचना की । (‘कुपोषित’। बच्चे को स्वस्थ बनाना सरकार का दायित्व है ही, किंतु जिन लोगों के कारण वह ‘कुपोषित’ बना, उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए ! इस विषय में सुळेजी जानबूझकर चुप रहती हैं, यह बात ध्यान में रखें ! – संपादक)
सुप्रिया सुळे ने आगे कहा, कि केंद्र सरकार ने कश्मीरी लोगों को सहस्रों नौकरियों का आश्वासन दिया था; किंतु उस विषय में कुछ भी नहीं हुआ । ‘कश्मीरी पंडितों हेतु सरकार क्या करनेवाली है’, सरकार यह बताए तथा उनके भविष्य की चर्चा करे । भाजपा के सदस्यों को चाहिए कि वे केंद्रशासित प्रदेश में जाकर वास्तविकता की जानकारी लें ।