भारत से सहायता की याचना करनेवाले युक्रेन ने एक समय पर भारत के परमाणु परीक्षण का किया था विरोध !
नई देहली : रूस द्वारा हो रहे आक्रमणों की पृष्ठभूमि पर, युक्रेन ने भारत से सहायता की याचना की है ; परंतु, इसी युक्रेन ने भारत द्वारा वर्ष १९९८ को किए गए परमाणु परीक्षण का विरोध किया था । साथ ही, परीक्षण के विरोध में, सुरक्षा परिषद में, भारत के विरुद्ध मतदान किया था । सामाजिक माध्यमों पर युक्रेन की इस भारतविरोधी भूमिका पर चर्चा चल रही है । वर्ष १९९८ में, विश्व के २५ देशों ने भारत के परमाणु परीक्षण का विरोध किया था ।
Did you know: Ukraine had condemned India after the 1998 Nuclear tests, voted against India at the UNSChttps://t.co/5J7C02huMK
— OpIndia.com (@OpIndia_com) February 24, 2022
युद्ध के पहले ही दिन, अर्थात २४ फरवरी को, युक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की की सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आवाहन करते हुए यह कहा था कि, “भारत के रूस के साथ अच्छे संबंध हैं । उसके कारण रूस से होनेवाले आक्रमणों को रोकने में भारत निर्णायक भूमिका निभा सकता है ; इसलिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तुरंत हस्तक्षेप कर रूस और युक्रेन के प्रधानमंत्री से संपर्क करें ।”