‘महाविद्यालय पढाई तथा हिजाब इनमेसे एक चुननेपर बाध्य कर रहा है !’, – नोबल शांतता पुरस्कार विजेती मलाला युसूफजई
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नई देहली – नोबेल शांतता पुरस्कार विजेती तथा मानवाधिकार कार्यकर्ती मलाला युसूफजई ने कर्नाटक मे चल रहे हिजाब के संदर्भ मे वक्तव्य किया है। मलाला ने ट्वीट किया है कि, महाविद्यालय हमे पढाई या हिजाब इन मे से एक चुननेपर बाध्य कर रहा है। लडकियों को उनके हिजाब मे पाठशालाओं मे प्रवेश करने से मना किया जा रहा है, यह चिंताजनक है। छोटे या अधिक कपडे पहनने से महिलाओं की वस्तुनिष्ठता पर आक्षेप लिया जा रहा है। मुस्लीम महिलाओं को हीन समझना भारतीय नेताओं को रोकना चाहि्ए।
“College is forcing us to choose between studies and the hijab”.
Refusing to let girls go to school in their hijabs is horrifying. Objectification of women persists — for wearing less or more. Indian leaders must stop the marginalisation of Muslim women. https://t.co/UGfuLWAR8I
— Malala (@Malala) February 8, 2022