‘जय श्रीराम’ के नारे लगानेवाले हिन्दू छात्रों का ‘अल्ला हू अकबर’ के नारे लगाकर विरोध करनेवाली मुसलमान छात्रा को ५ लाख रुपए का पुरस्कार

‘जमियत उलेमा-ए-हिन्द’संगठन की घोषणा !

  • यदि इस स्थान पर कोई हिन्दू लडकी होती और धर्मांध छात्र होते, तो वो इस हिन्दू लडकी की क्या स्थिति बनाते, यह अलग से बताने की आवश्यकता नहीं है !  – संपादक
  • मुंबई के आजान मैदान में रजा अकादमी ने जो दंगा किया था, उसमें हिन्दू महिला पुलिसकर्मी का शीलभंग करनेवाले धर्मांधों के विषय में धर्मनिरपेक्षतावादी और आधुनिकतावादी कुछ नहीं बोलते, इसे ध्यान में लीजिए !  – संपादक
  • ‘लव जिहाद’ के द्वारा हिन्दू छात्राओं का जीवन समाप्त करनेवाले धर्मांधों के विषय में तथाकथित धर्मनिरपेक्षतावादी और महिलाओं की स्वतंत्रता के गप्पे मारनेवाले क्यों नहीं बोलते ?  – संपादक
  • मुसलमान छात्राएं हिजाब की मांग की जाती है और वो महाविद्यालयों में हिजाब पहनकर कैसे आती हैं ? इस विषय में कोई क्यों नहीं बोलते ?  – संपादक


बेंगलुरू (कर्नाटक) – कर्नाटक के मंड्या के म. गांधी महाविद्यालय में भी हिजाब पहनकर आने पर आंदोलन चल रहा है । इस पृष्ठभूमि पर अब हिन्दू छात्र भी भगवा उत्तरीय पहनकर महाविद्यालय में आने की मांग कर रहे हैं । इस पृष्ठभूमि पर ८ फरवरी को बडी संख्या में महाविद्यालय पहुंचे हिन्दू छात्रों ने ‘जय श्रीराम’ के नारे देकर हिजाब पहनकर आई एक छात्रा का वैधानिक पद्धति से विरोध किया, उस समय उस अकेली छात्रा ने ‘अल्ला हू अकबर’ (अल्ला हू अकबर) के नारे देकर विरोध किया । उसके इस साहस के कारण ‘जमियत-ए-उलेमा-ए-हिन्द’ इस संगठन की ओर से उसे ५ लाख रुपए का पुरस्कार घोषित किया गया है । इस छात्रा का नाम मुस्कान खान है । इस संगठन ने इस छात्रा को प्रोत्साहन देने के लिए यह पुरस्कार देने की बात कही है ।