बुंदेलखंड (उत्तर प्रदेश) के मंदिर से चोरी हुई देवी की प्राचीन मूर्ति इंग्लैंड के उद्यान में !
मकर संक्रांति के अवसर पर भारत को दी गई मूर्ति !
भारत के देवी-देवताओं की प्राचीन मूर्तियों की तस्करी होना, पुरातत्व विभाग के लिए लज्जाजनक है ! प्राचीन मूर्तियों एवं धार्मिक स्थलों के संरक्षण के लिए स्थापित यह विभाग यदि क्षमता से काम नहीं कर रहा है, तो यह विभाग बंद कर देना चाहिए ! – संपादक
लंदन – बुंदेलखंड (उत्तर प्रदेश) के एक मंदिर से अनुमानित ४० वर्ष पूर्व चोरी हुई देवी की मूर्ति, इंग्लैंड के एक उद्यान में प्राप्त हुई है । यह मूर्ति १० वीं शताब्दी की है तथा यह मकर संक्रांति के अवसर पर भारत को दी गई है । अब यह मूर्ति नई देहली के भारतीय पुरातत्व विभाग को दी जाएगी ।
Privileged to recover for repatriation priceless 10th century Vrishanana Yogini – missing since 1980s from Lokhari Temple, UP, India. Discovered in London in Oct 21, secured in @HCI_London. We thank all collaborators. @DrSJaishankar @harshvshringla @MEAIndia @PMOIndia pic.twitter.com/owyDbH1mKR
— India in the UK (@HCI_London) January 14, 2022
यह मूर्ति बुंदेलखंड के बांदा जनपद के लोखरी मंदिर में स्थापित ‘योगिनी’ समूह की मूर्तियों में से एक है । योगिनी तांत्रिक पूजा से संबंधित, शक्तिशाली देवी-देवताओं का एक समूह है । समूह के रूप में उनकी पूजा की जाती है । मूर्ति की सूचना अक्टूबर २०२१ में उच्चायुक्त को दी गई थी । इंग्लैंड में स्थित, भारतीय उच्चायुक्त गायत्री इस्सर कुमार को मूर्ति दी गई है । गायत्री कुमार ने पेरिस में अपने कार्यकाल में भी योगिनी की एक और मूर्ति भारत वापस भेजी थी । यह मूर्ति भी लोखरी के उसी मंदिर से चुराई गई थी । यह मूर्ति २०१३ में देहली के राष्ट्रीय संग्रहालय में स्थापित की गई थी ।