पोप फ्रान्सिस को हिन्दुओं से क्षमा मांगनी चाहिए ! – विहिप

ईसाइयों ने हिन्दुओं पर ३५० वर्ष अत्याचार करने की पृष्ठभूमि पर की मांग !

विहिप पर यह मांग करने का समय न आए, केंद्र सरकार को स्वयं ही यह सूत्र रखना चाहिए !  – संपादक

ईसाइयों के सर्वोच्च धर्मगुरू पोप फ्रान्सिस

कर्णावती (गुजरात) – मंदिरों को सरकारीकरण से मुक्त करना, धर्मांतरित हिन्दुओं को पुन: हिन्दू धर्म में लाना आदि विषयों पर विश्व हिन्दू परिषद ने गुजरात के जुनागड में ३ दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया है । इस पृष्ठभूमि पर विहिप ने ईसाइयों के सर्वोच्च धर्मगुरू पोप फ्रान्सिस के भारत दौरे पर आने की पृष्ठभूमि पर, ‘ईसाइयों को हिन्दुओं पर पिछले ३५० वर्षों में किए गए अत्याचारों के लिए क्षमा मांगनी चाहिए’, ऐसी मांग की है । साथ ही ‘भारत में हिन्दुओं का धर्मांतरण नहीं करेंगे’, ऐसी घोषणा भी उन्हें करनी चाहिए, ऐसी मांग की है । विहिप के सम्मेलन में विविध हिन्दू संगठन, धर्माचार्य आदि सहभागी होने वाले हैं । वर्ष २०१४ में विहिप को ६० वर्ष पूर्ण होने वाले हैं । इस उपलक्ष्य में सम्मेलन में विहिप के विस्तार पर भी चर्चा की जाएगी ।